Aaj Samaj (आज समाज), Heat Wave 28 May Update, नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, राजस्थान व यूपी समेत पूरे उत्तर भारत में जहां हीट वेव यानी भयंकर लू ने लगातार लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है, वहीं पूर्वोत्तर में बारिश ने कहर बरपाया है। चक्रवात रेमल के कारण पश्चिम बंगाल समेत पूर्वोत्तर के लगभग सभी राज्य बारिश से प्रभावित हुए हैं। उत्तर भारत में गर्मी इस कदर आफत बन चुकी है कि इसकी तपिश से सड़क तक फट रही हैं। लोगों को भारी बुखार आने लगा है और इससे हीट स्ट्रोक का खतरा पैदा होने की आशंका है। अस्पतालों में हीट स्ट्रोक और बुखार के पेशेंट लगातार भर्ती हो रहे हैं।
- झांसी 132 साल बाद सबसे गर्म
- यूपी के संभल में फटी सड़क
- फलौदी में पारा 49.4 डिग्री
- बढ़े हीट स्ट्रोक, बुखार के पेशेंट
31 मई तक मौसम के खुश्क और गर्म रहने की संभावना
हरियाणा के सिरसा जिले में अधिकतम तापमान दूसरे दिन भी 48.4 डिग्री तक पहुंच गया और सोमवार को यह देश का सबसे गर्मा इलाका रहा। इससे पहले 26 मई 1998 को हिसार का पारा 48.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। राज्य में दिन का तापमान सामान्य से 5.1 डिग्री तक अधिक हो चुका है। मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर एमएल खीचड़ के अनुसार, हरियाणा में मौसम के 31 मई तक खुश्क और गर्म रहने की संभावना है। इस दौरान दिन के तापमान में बढ़ोतरी जारी रहने का अनुमान है। दिन में गर्म पश्चिमी हवाएं अर्थात लू यानी हीटवेव चलने की संभावना है।
31 मई के बाद पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राहत के आसार
31 मई को प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से कहीं-कहीं बादल और हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। गर्मी के कारण सड़क फटने की घटना उत्तर प्रदेश के संभल जिले के गवां कस्बे से आई। यहां मुख्य मार्ग पर बनी आरसीसी सड़क तेज आवाज से साथ फट गई। धमाके जैसी आवाज सुन आसपास के लोग सहम गए। राजस्थान के फलौदी में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन पारा 49.4 डिग्री। वहीं यूपी के झांसी में 132 साल बाद बीते कल सबसे ज्यादा गर्मी रही।
107 बुखार, आधा घंटा आइस टब में रखकर बचाई मरीज की जान
दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में सोमवार एक ऐसा मरीज आया, जिसे देखकर डॉक्टरों के भी होश उड़ गए। अस्पताल के हीट स्ट्रोक यूनिट में भर्ती मरीज 107 डिग्री बुखार से तप रहा था और इसकी वजह से वह बार-बार बेहोश हो जा रहा था। उसका शरीर आग की तरह गर्म था। हालांकि, डॉक्टरों ने समय रहते उसका इलाजा किया और इस तरह से उसकी जान बच सकी। पेशे से वह सुरक्षागार्ड का काम करता है और धूप में अधिक रहता है। उसे आधे घंटे तक आइस टब में रखा गया। अब वह खतरे से बाहर है। वहीं एक और मरीज हीट स्ट्रोक की वजह से भर्ती हुआ था और वह अब भी वेंटिलेटर पर है।
शहरीकरण व उमस के कारण शहरों में जानलेवा बनी गर्मी : सीएसई
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार एक दशक की तुलना में अब भारतीय महानगरों में रात का तापमान ज्यादा नहीं गिर रहा है, जिसके चलते रातें ठंडी नहीं हो रही हैं। सीएसई ने जनवरी 2001 से लेकर अप्रैल 2024 तक देश के छह महानगरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलूरू और चेन्नई के हवा और सतह के तापमान व उमस के स्तर में आए बदलावों की समीक्षा की है। इसके अनुसार बढ़ते शहरीकरण व उमस से महानगरों में गर्मी का तनाव बर्दाश्त के बाहर हो रहा है।
मिजोरम में भारी बारिश ने ली 15 लोगों की जान, असम में रोड बहा
चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ के कारण पूर्वोत्तर राज्य असम, मिजोरम व क्षेत्र के अन्य राज्य में भारी बारिश से आम जनजीवन बुरी तरह बाधित हो गया है। एजल। मिजोरम की राजधानी एजल के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच मंगलवार सुबह भारी बारिश के कारण एक पत्थर की खदान ढहने से कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई। बंगाल में चक्रवात रेमल के प्रभाव से 2,140 से अधिक पेड़ उखड़ गए और लगभग 1,700 बिजली के खंभे भी गिर गए। भारी बारिश के कारण असम के दीमा हसाओ जिले में हफलॉन्ग-सिलचर को जोड़ने वाली रोड बह गई।
यह भी पढ़ें: