Healthy Diet And Exercise: कोलेस्ट्रॉल व शुगर को कंट्रोल करने के लिए दवाओं के साथ हेल्दी डाइट व एक्सरसाइज भी जरूरी

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Healthy Diet And Exercise कोलेस्ट्रॉल व शुगर को कंट्रोल करने के लिए दवाओं के साथ हेल्दी डाइट व एक्सरसाइज भी जरूरी
Healthy Diet And Exercise : कोलेस्ट्रॉल व शुगर को कंट्रोल करने के लिए दवाओं के साथ हेल्दी डाइट व एक्सरसाइज भी जरूरी

Healthy Diet And Exercise Is Must To Control Sugar And Cholestrol, (आज समाज): आज के टाइम में कोलेस्ट्रॉल और शुगर बढ़ना गंभीर समस्या बनता जा रहा है जिससे इन रोगों के मरीजों के लिए किडनी, स्ट्रोक व हार्ट अटैक सहित कई अंगों का डैमेज होने का जोखिम बढ़ने की संभावना बनी रहती है। एक्सपर्ट्स के हवाले से हम आपको यहां कोलेस्ट्रॉल और शुगर को कंट्रोल करने के लिए बता रहे हैं कि आपकी डाइट कैसी होनी चाहिए।

  • डाइट में बदलाव

फास्टिंग शुगर 117, कोलेस्ट्रॉल (ट्राइग्लिसराइड्स) लेवल 200.6 पार

एक्सपर्ट्स का कहना है कि दवाओं के अलावा शुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल मैनेज करने के लिए हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज भी बहुत जरूरी है। बहुत से मरीजों की शिकायत रहती है कि उनका फास्टिंग शुगर 117 और कोलेस्ट्रॉल (ट्राइग्लिसराइड्स) लेवल 200.6 पार हो गया है। ऐसे में उन्हें किस तरह की डाइट फॉलो करनी चाहिए, हम यहां स्वास्थ्य विशेषज्ञों के हवाले से बता रहे हैं

फास्टिंग शुगर की नॉर्मल वैल्यू

फास्टिंग शुगर की नॉर्मल वैल्यू 99mg/dL से कम होती है। 100-126mg/dL की रेंज को प्री-डायबिटीज माना जा सकता है। अगर आपका शुगर लेवल 117mg/dL है, तो इसका मतलब है कि यह ग्लूकोज टॉलरेंस का संकेत है। इसका पता करने के लिए तीन महीने का ग्लूकोज एवरेज या HbA1c  किया जा सकता है।

ट्राइग्लिसराइड्स की नॉर्मल रेंज

जहां तक ट्राइग्लिसराइड्स की बात है, तो आपकी 200.6 mg/dL की रीडिंग हाई रेंज की केटेगरी में है जोकि 200-499mg/dL के बीच होती है। इन दोनों का हाई लेवल यह दर्शाता है कि आप कार्बोहाइड्रेट का अधिक सेवन कर रहे हैं और फिजिकल एक्टिविटी भी नहीं कर रहे। अगर लाइफस्टाइल में बदलाव करके इन्हें कंट्रोल नहीं किया गया, तो ये मेटाबॉलिक संबंधी रोगों का कारण बन सकते हैं। इन्हें सुधारने के लिए आपको अपनी डाइट में बदलाव करना चाहिए।

डायबिटीज मरीजों के लिए डाइट प्लान, प्रोटीन भी जरूरी

आपको अपने खाने में सिंपल कार्बोहाइड्रेट जैसे पॉलिश अनाज, बेकरी आइटम, चीनी, शहद, गुड़, फलों के रस आदि के बजाय पूरे गेहूं, ज्वार, बाजरा, रागी, बाजरा आदि जैसे कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट शामिल करने चाहिए। आपको अपने खाने में अच्छी क्वालिटी वाले प्रोटीन जैसे चिकन, मछली, अंडे का सफेद भाग, दाल, बीन्स, स्प्राउट्स व कम फैट वाला दूध शामिल करना चाहिए। इसके अलावा पर्याप्त मात्रा में नॉन-स्टार्च वाले फल और सब्जियों का सेवन करें।

हेल्दी फैट से भरपूर इन चीजों का करें सेवन, खूब पानी पिएं

खाने के टाइम के अलावा भूख लगने पर आपको हेल्दी फैट से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए। इनमें बादाम और अखरोट, भुना हुआ चना, छाछ, सत्तू, उबले हुए अंकुरित अनाज, बेसन का चीला आदि शामिल हैं। इसके अलावा दिनभर खूब पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें। आप दिभर जूस और अन्य पेय पदार्थों का सेवन कर सकते हैं। डाइट के अलावा रोजाना कार्डियो और स्ट्रेंथ एक्सरसाइज जरूर शामिल करें।

अस्वीकरण: यह आर्टिकल केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। इस पर अमल करने से पहले हमारी सलाह है कि आप अपने डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से सलाह लें। आज समाज इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।