Health tips: दोपहर या रात का खाना छोड़ने से शरीर को डिटॉक्स (शुद्ध) करने के बारे में कई मिथक प्रचलित हैं। हालांकि कुछ लोग मानते हैं कि भोजन छोड़ने से शरीर को आराम मिलता है और वह खुद को साफ कर पाता है, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण की बात करें, तो यह पूरी तरह से सही नहीं है। शरीर में डिटॉक्सिफिकेशन एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, जिसे मुख्य रूप से लिवर, किडनी और अन्य अंग कंट्रोल करते हैं। कई लोग यह मानते हैं कि समय-समय पर भोजन छोड़ने या स्किप करने से शरीर को डिटॉक्स या साफ करने में मदद मिलती है। इंटरमिटेंट फास्टिंग का चलन भी इसी सोच से जुड़ा हुआ है, जिसमें व्यक्ति कुछ घंटों के लिए भोजन नहीं करता।
इससे शरीर ऊर्जा के लिए शुगर का इस्तेमाल करने लगता है और फिर धीरे-धीरे फैट को बर्न करता है। हालांकि, यह वजन घटाने और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने में फायदेमंद हो सकता है, लेकिन यह सीधे शरीर को डिटॉक्स करने से जुड़ा हुआ नहीं है। इस लेख में हम जानेंगे कि क्या शरीर को डिटॉक्स करने के लिए खाने को छोड़ना फायदेमंद है या नहीं।
खाना छोड़ने से बॉडी डिटॉक्स होती है
शरीर को डिटॉक्स करने के लिए किसी विशेष तरीके की जरूरत नहीं होती है। हमारे शरीर में लिवर और किडनी जैसे अंग प्राकृतिक रूप से विषाक्त पदार्थों को फिल्टर करते हैं और उन्हें बाहर निकालते हैं। लिवर विभिन्न रसायनों को तोड़कर उसे किडनी की मदद से ,यूरिन के फॉर्म में निकालता है। इसके अलावा, फेफड़े, त्वचा और आंतें भी शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। इसलिए, भोजन छोड़ने की जरूरत, शरीर के प्राकृतिक डिटॉक्स सिस्टम के लिए नहीं होती।
खाना छोड़ने के नुकसान
शरीर नेचुरल तरीके से खुद को डिटॉक्स कर सकता है। इसलिए आपको खाना छोड़ने की जरूरत नहीं है। दोपहर या रात का खाना छोड़ने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं। इस वजह से कमजोरी, चक्कर आना, थकान और ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल हो सकती है। भोजन शरीर को ऊर्जा, विटामिन, मिनरल्स और अन्य जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है, जो शरीर के अंगों और तंत्रों को सही ढंग से काम करने के लिए जरूरी होते हैं। अगर लंबे समय तक भोजन छोड़ देंगे, तो यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को भी धीमा कर सकता है, जिससे वजन घटाने की प्रक्रिया प्रभावित होती है।
संतुलित आहार के जरिए बॉडी डिटॉक्स करें
शरीर की प्राकृतिक डिटॉक्स प्रक्रिया को बनाए रखने के लिए संतुलित आहार जरूरी है। फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और पानी से भरपूर आहार शरीर को सही पोषण प्रदान करते हैं। विटामिन-सी, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर भोजन लिवर और किडनी को विषाक्त पदार्थों को बेहतर ढंग से बाहर निकालने में मदद करते हैं। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी डिटॉक्स प्रक्रिया का एक खास हिस्सा है। पानी शरीर से विषाक्त तत्वों को यूरिन के माध्यम से बाहर निकालता है और अंगों को सही ढंग से कार्य करने में मदद करता है।
दोपहर या रात का खाना छोड़ने से शरीर की डिटॉक्स प्रक्रिया को बढ़ावा नहीं मिलता। इसके बजाय, यह जरूरी पोषक तत्वों की कमी का कारण बन सकता है। शरीर को डिटॉक्सिफाई करने के लिए संतुलित आहार, पर्याप्त पानी और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना सबसे अच्छा तरीका है।