Aaj Samaj (आज समाज),Health For Child, अंबाला :
क्या आपने कभी गौर किया है कि केमिस्ट स्टोर पर आपने ORS मांगा और आपको ORSL मिला हो। टेट्रापैक में ORSL, अनजाने में ही ORS समझ कर आप-हम इस्तेमाल कर लेते हैं। जबकि इन टेट्रापैक पर भी छोटे अक्षरों में भी लिखा होता है कि ‘दिस इज नॉट ORS’।
क्या जानते हैं कि बच्चों को डायरिया होने की स्थिति में ORSL देना उनकी तकलीफ को और बढ़ा सकता है? डायरिया गंभीर होने पर बच्चों की इम्युनिटी कमजोर हो सकती है, जान तक जा सकती है।
ORSL में आर्टिफिशियल स्वीटनर जैसे ऐसपार्टम और सैकरीन मिलाया जाता है। कुछ में कार्बोहाइड्रेट्स भी मिले होते हैं। इनसे डायरिया की स्थिति और खराब हो जाती है।
जबकि हाइपरनैटरेमिया का मतलब है शरीर में सोडियम की मात्रा काफी कम हो जाना। डायरिया की स्थिति में ORSL पीने पर सोडियम लेवल और नीचे चला जाएगा जिससे थकावट, कंफ्यूजन, चक्कर आना जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। सोडियम इलेक्ट्रोलाइट है जो शरीर में पानी और दूसरे पदार्थों के बैलेंस को बनाकर रखता है।
कब लेना चाहिए ORS
दिनभर में तीन या इससे अधिक बार लूज मोशन होने या किसी को नॉर्मल के मुकाबले ज्यादा लूज स्टूल हो रहा हो तो यह डायरिया हो सकता है। WHO के अनुसार, ऐसी परिस्थिति में ORS लिया जा सकता है।
ORS के इस्तेमाल में क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
कई बार लोग ORS का पैकेट खोल कर रख देते हैं। खुले हुए पैकेट को कभी भी इस्तेमाल कर लेते हैं। जबकि ORS का पैकेट खुलने के 24 घंटे के अंदर उसका सेवन कर लेना चाहिए।
ORS भी एक्सपायर हो सकता है। एक्सपायर किए ORS से फूड पॉइजनिंग तक हो सकती है।
हैदराबाद की पीडियाट्रिशियन डॉ. शिवरंजनी संतोष बताती हैं कि एक्सपायर हुए ORS में हानिकारक बैक्टीरिया और छोटे जीवाणु हो सकते हैं।
एक्सपायर होने का मतलब है कि ORS की न केवल न्यूट्रिशनल वैल्यू और फ्लेवर घट जाएगी, बल्कि हानिकारक बैक्टीरिया शरीर में पहुंचकर हमें और बीमार कर सकते हैं।