गांजा के साथ पकड़े गए युवक की जेल में बिगड़ी तबीयत, पीजीआइ में हुई मौत Health deteriorated in jail, death in PGI

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Health deteriorated in jail, death in PGI

परिजनों ने पुलिस पर लगाए यातना देने के आरोप, जांच की मांग Health deteriorated in jail, death in PGI

आज समाज डिजिटल,जींद:
Health deteriorated in jail, death in PGI: जुलाना के वार्ड चार में चौपाल के पास पांच दिन पहले 580 ग्राम गांजा सहित पकड़े गए आरोपित पप्पी की पीजीआइ रोहतक में मौत हो गई। गांजा के साथ पकड़े जाने पर एक दिन के रिमांड के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया था। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस कस्टडी के दौरान की गई पिटाई के चलते उसकी मौत हुई है। पीजीआइ में मजिस्ट्रेट के समक्ष पुलिस ने उसकी पत्नी के बयान दर्ज किए और चिकित्सकों के बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। मामले की ज्यूडिशियल जांच होगी।

580 ग्राम गांजा सहित पकड़ा गया था पप्पी Health deteriorated in jail, death in PGI

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जुलाना की अनाज मंडी चौकी पुलिस ने 13 अप्रैल वार्ड चार की चौपाल के पास छापेमारी करके वहां से 30 वर्षीय पप्पी को 580 ग्राम गांजा सहित पकड़ लिया था। जहां पर पुलिस ने आरोपित को पप्पी को एक दिन के रिमांड के बाद 15 अप्रैल को जेल भेज दिया था। रविवार शाम को उसकी तबीयत बिगड़ने पर जेल प्रशासन ने उसको अस्पताल में लेकर आई, लेकिन वहां से पीजीआइ भेज दिया। वहां पर उसकी मौत हो गई। पप्पी की मौत के बाद जेल प्रशासन की सूचना पर स्वजन पीजीआइ रोहतक पहुंच गए।

आरोप: 13 अप्रैल को पुलिस पीटते हुए घर से ले गई थी Health deteriorated in jail, death in PGI

मृतक की पत्नी आशा व पिता जयनारायण ने आरोप लगाया कि पप्पी की मौत पुलिस द्वारा यातनाएं देने से हुई है। उसके शरीर पर चोटों के निशान हैं पूरा शरीर लीला पड़ा हुआ है। हाथ पांव गर्दन सहित पूरे शरीर पर निशान बने हुए हैं। मृतक के शरीर पर गई जगह पर पट्टी भी बंधी हुई है। उसकी पत्नी आशा ने आरोप लगाया कि 13 अप्रैल को पुलिस पीटते हुए उसे घर से ले गई थी इसके बाद से पुलिस ने उन्हें पप्पी से मिलने नहीं दिया। पुलिस ने ज्यादा यातनाएं दी तो ही पति की मौत हुई है, इस मामले की जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी है उनके खिलाफ कार्रवाई पुलिस ने करनी चाहिए।

सुबह पार्षद के पास मौत की सूचना पहुंची Health deteriorated in jail, death in PGI

पिता जयनारायण ने बताया कि 13 अप्रैल को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के बाद से पप्पी को उनसे मिलने नहीं दिया गया। उनको यह तक नहीं बताया गया कि पप्पी कहां पर है। उसके बाद से परिवार के लोग पप्पी से मिलने के लिए चक्कर काट रहे थे। सोमवार सुबह वार्ड चार के पार्षद संदीप कुमार उनके पास आए और उन्होंने बताया कि जेल से उनके पास फोन आया कि पप्पी की पीजीआइ रोहतक में मौत हो गई है। पप्पी की मौत की सूचना उनके पास सीधी भी नहीं पहुंची है। अगर पप्पी बीमार था तो पुलस को उनको सूचित करना चाहिए था, लेकिन उनको तो उसकी मौत होने के बाद ही पता चला। इसलिए पप्पी की मौत का खुलासा करने के लिए गहनता से जांच होनी चाहिए।

शुगर का मरीज था पप्पी Health deteriorated in jail, death in PGI

परिजनों ने बताया कि पप्पी कई वर्ष से शुगर का मरीज था। शुगर को कंट्रोल रखने के लिए पप्पी प्रतिदिन शुगर की दवाई लेता था, लेकिन पुलिस ने उसको दवाई तक नहीं ले दी। जब रविवार शाम को उसकी ज्यादा तबीयत बिगड़ गई तो जेल प्रशासन ने उसको अस्पताल में दाखिल करवाया, लेकिन इस दौरान भी परिवार को इसके बारे में अवगत नहीं करवाया। पप्पी अपने पीछे पत्नी, 12 साल की एक लड़की, 10 वर्ष की लड़की व आठ वर्ष का लड़का अपने पीछे छोड़ गया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगा मौत का खुलासा Health deteriorated in jail, death in PGI

जुलाना थाना प्रभारी समरजीत सिंह ने बताया कि पप्पी के शव का चिकित्सकों के बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया है और पूरी वीडियोग्राफी भी करवाई गई। पप्पी की मौत कैसे हुई है इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही होगा। पप्पी एनडीपीएस के मामले में जिला जेल में बंद था। परिवार के लोगों ने जो आरोप लगाए हैं, उनकी जांच की जाएगी।