गाजियाबाद। जिले में कोरोना संदिग्धों को कवारंटीन करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास अब जगह की कमी होने लगी है। विभाग की ओर से जिले में बनाए गए 8 कवारंटीन सेंटरों में 837 बेड की व्यवस्था की गई थी और उनमें अब महज 200 बेड ही खाली बचे हैं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग 1000 बेड की व्यवस्था करने में जुटा है। इसके लिए दो और कॉलेजों को अधिग्रहित करने की तैयारी की जा रही है।
सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि 8 कवारंटीन सेंटरों में फिलहाल 608 मरीज भर्ती हैं। जबकि सेंटरों में 837 बेड हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने वाले मरीजों को अनिवार्य रूप से कवारंटीन में रखा जाना है। ऐसे में और बेड की व्यवस्था की जा रही है। फिलहाल प्रयास हैं कि जिले में कवारंटीन के लिए 2000 बेड की व्यवस्था की जाए। सीएमओ ने बताया कि फिलहाल दो कॉलेजों को चिन्हित किया गया है। इस संबंध में कॉलेज प्रबंधनों से बातचीत चल रही है। वहीं, प्रशासन को भी इस बारे में अवगत करवाते हुए कवारंटीन के लिए व्यवस्था किए जाने की मांग की गई है।
–डॉक्टर्स और स्टाफ के लिए भी नहीं मिल रही जगह
कोरोना को लेकर व्यवस्थाओं में जुटे स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर्स और अन्य स्टाफ को कवारंटीन में रखने के लिए जगह की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। सीएमओ ऑफिस में तैनात स्टाफ के लिए 25 बेड वाले होटल या गेस्ट हाउस की व्यवस्था की जानी है। इस संबंध में कई होटलों से बाचतीत की गई लेकिन, बात नहीं बन सकी। सीएमओ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का जो स्टाफ कोरोना प्रबंधन में जुटा है, उन्हें कवारंटीन में रखा जाना है। जल्द ही इस संबंध में व्यवस्था कर ली जाएगी।
–ड्यूटी पर नहीं आने वालों को नोटिस
कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते सीएमओ ऑफिस में कार्यरत कई कर्मचारी पिछले कई दिनों से ड्यूटी पर नहीं आ रहे। इसके अलावा दो डॉक्टर्स भी ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं। मंगलवार को सीएमओ ने ड्यूटी पर नहीं आने वाले डॉक्टर्स और स्टाफ की एबसेंट लगाते हुए सभी को नोटिस जारी किए हैं।–यह है स्थिति
कवारंटीन सेंटर भर्ती क्षमता
सुंदरदीप आयुर्वेदिक अस्पताल 192 192
संतोष मेडिकल कॉलेज 83 125
आरकेजीआइटी 70 70
आइटीएस सूर्या अस्पताल 38 40
आइएमएस डासना 53 140
आइडियल कॉलेज 56 140
जनहित इंस्टिट्यूट 74 80
कम्युनिटी हॉल, लोनी 47 50
कुल योग 608 837
सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि 8 कवारंटीन सेंटरों में फिलहाल 608 मरीज भर्ती हैं। जबकि सेंटरों में 837 बेड हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने वाले मरीजों को अनिवार्य रूप से कवारंटीन में रखा जाना है। ऐसे में और बेड की व्यवस्था की जा रही है। फिलहाल प्रयास हैं कि जिले में कवारंटीन के लिए 2000 बेड की व्यवस्था की जाए। सीएमओ ने बताया कि फिलहाल दो कॉलेजों को चिन्हित किया गया है। इस संबंध में कॉलेज प्रबंधनों से बातचीत चल रही है। वहीं, प्रशासन को भी इस बारे में अवगत करवाते हुए कवारंटीन के लिए व्यवस्था किए जाने की मांग की गई है।
–डॉक्टर्स और स्टाफ के लिए भी नहीं मिल रही जगह
कोरोना को लेकर व्यवस्थाओं में जुटे स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर्स और अन्य स्टाफ को कवारंटीन में रखने के लिए जगह की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। सीएमओ ऑफिस में तैनात स्टाफ के लिए 25 बेड वाले होटल या गेस्ट हाउस की व्यवस्था की जानी है। इस संबंध में कई होटलों से बाचतीत की गई लेकिन, बात नहीं बन सकी। सीएमओ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का जो स्टाफ कोरोना प्रबंधन में जुटा है, उन्हें कवारंटीन में रखा जाना है। जल्द ही इस संबंध में व्यवस्था कर ली जाएगी।
–ड्यूटी पर नहीं आने वालों को नोटिस
कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते सीएमओ ऑफिस में कार्यरत कई कर्मचारी पिछले कई दिनों से ड्यूटी पर नहीं आ रहे। इसके अलावा दो डॉक्टर्स भी ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं। मंगलवार को सीएमओ ने ड्यूटी पर नहीं आने वाले डॉक्टर्स और स्टाफ की एबसेंट लगाते हुए सभी को नोटिस जारी किए हैं।–यह है स्थिति
कवारंटीन सेंटर भर्ती क्षमता
सुंदरदीप आयुर्वेदिक अस्पताल 192 192
संतोष मेडिकल कॉलेज 83 125
आरकेजीआइटी 70 70
आइटीएस सूर्या अस्पताल 38 40
आइएमएस डासना 53 140
आइडियल कॉलेज 56 140
जनहित इंस्टिट्यूट 74 80
कम्युनिटी हॉल, लोनी 47 50
कुल योग 608 837