- टीबी मुक्त पंचायतों को प्रशासन करेगा सम्मानित
- फरवरी के माह में हर गांव में पहुंचेगी हैल्थ विभाग की टीम
- मरीज के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग 500 रुपए की राशि भी डाईट के रूप में प्रदान करेगा
Aaj Samaj (आज समाज),TB-Free Panchayat Campaign, पानीपत : प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने को लेकर प्रशासन ने तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं। जिले के सभी गांवों में ग्राम पंचायतों के सहयोग से हैल्थ कैंप लगाये जायेंगे। इन कैंपों के माध्यमों से स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव जाकर ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच करेगी। यह बात जिला उपायुक्त डॉ.वीरेंद्र कुमार दहिया ने मंगलवार को जिला सचिवालय में स्वास्थ्य विभाग एवं खंड विकास पंचायत अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कही व कुछ जरूरी दिशानिर्देश दिये। उपायुक्त ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीबी मुक्त अभियान का सपना देखा है। इस अभियान को सफल बनाना हमारी जिम्मेदारी है। इसकी शुरूआत ग्रामीण क्षेत्रों से कि जा रही है। उपायुक्त ने सभी खंड एव विकास पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिये की वे शैड्यूल बना कर ग्रामीण क्षेत्रों में कैंप लगाना प्रारंभ करेें।
टीबी एक घातक संक्रमित वाली बीमारी है, लेकिन यह लाईलाज नहीं
मुख्य चिकित्सा अधिकारी जयंत आहुजा ने कहा कि टीबी एक घातक संक्रमित वाली बीमारी है, लेकिन यह लाईलाज नहीं है बल्कि इसका ईलाज प्रत्येक सामुदायिक केन्द्र और सरकारी अस्पतालों में सम्भव है। टीबी मुक्त पंचायतें करने को लेकर यह अभियान चलाया जा रहा है। इस बीमारी का समय पर इलाज के ना होने से मौत भी हो सकती है। यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत गांव -गांव जांच करके इलाज किया जायेगा। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा ब्लॉक स्तर पर सीएचसी व पीएचसी में जांच कराने की सुविधा है। जो कोई भी व्यक्ति इस कार्य में टीबी रोगियों का सहयोग करेगा उसे विभाग प्रोत्साहित करेगा। टीबी के रोगियों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग 500 रुपए की राशि भी डाईट के रूप में प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि टीबी के रोग को ठीक करने को लेकर 6 महीने का कोर्स करना जरूरी है। इस मौके पर सीटीएम टिनू पोशवाल, संयुक्त आयुक्त मनी त्यागी, डीडीपीओ सुमित चौधरी व बीडीपीओ शक्ति सिंह आदि मौजूद रहे।