नहीं रहे हरियाणवी फिल्म चंद्रावल फेम कॉमेडियन दरियाव सिंह मलिक

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नहीं रहे हरियाणवी फिल्म चंद्रावल फेम कॉमेडियन दरियाव सिंह मलिक
नहीं रहे हरियाणवी फिल्म चंद्रावल फेम कॉमेडियन दरियाव सिंह मलिक
आज समाज डिजिटल, पानीपत:
पानीपत (Comedian Dariyav Singh Malik Panipat) हरियाणा की पहली सुपरहिट फिल्म चंद्रवाल ने कई कलाकारों को नाम और शोहरत दी थी। उन्हीं में से एक थे कॉमेडियन दरियाव सिंह मलिक। जिनका आज निधन हो गया है। दरियाव सिंह मलिक 85 वर्ष के थे। उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव उग्रा खेड़ी में दोपहर करीब एक बजे किया गया। हरियाणवी सिनेमा में कॉमेडियन दरियाव सिंह मलिक का नाम सबसे पुराने और पॉप्युलर लोगों में गिना जाता है।

 

नहीं रहे हरियाणवी फिल्म चंद्रावल फेम कॉमेडियन दरियाव सिंह मलिक
नहीं रहे हरियाणवी फिल्म चंद्रावल फेम कॉमेडियन दरियाव सिंह मलिक

मशहूर रहे हैं और हमेशा रहेंगे

85 साल के दरियाव सिंह अपनी हाजिरजवाबी और चुटकुले सुनाने के लिए मशहूर रहे हैं और हमेशा रहेंगे। उम्र के इस पड़ाव में भी वे दिल से उतने ही युवा थे जितने चंद्रावल फिल्म में काम करते वक्त हुआ करते थे। दरियाव सिंह मलिक अब तक चंद्रावल, लाडो बसंती, फूलबदन, बैरी, के सुपने का जिकर, छोरी सपेले की, जर जोरू और जमीन, जाट, कड़वा सच समेत 19 फिल्मों में हास्य अभिनेता का किरदार निभाया।

 

 

नहीं रहे हरियाणवी फिल्म चंद्रावल फेम कॉमेडियन दरियाव सिंह मलिक
नहीं रहे हरियाणवी फिल्म चंद्रावल फेम कॉमेडियन दरियाव सिंह मलिक

19 फिल्मों में अपने दमदार अभिनय का लोहा मनवाया

फिल्मी दुनिया भी दरियाव सिंह की कायल थी। दरियाव सिंह मलिक ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1983 में हरियाणवी भाषा में बनी राज्य की पहली सुपरहिट फिल्म चंद्रावल से की थी। रंगमंच के इस जिंदादिल ऑलराउंडर ने कुल 19 फिल्मों में अपने दमदार अभिनय का लोहा मनवाया है। मलिक ने बड़े बजट की हरियाणवी जाट फिल्म में अंकल का रोल निभाने पर खूब प्रसद्धि हासिल की थी। दरियाव सिंह मलिक पानीपत के गांव उग्राखेड़ी के रहने वाले थे।

गुरु की थपथपी ने मुझे इस मुकाम तक पहुंचा दिया

उन्हें हंसी ठिठोली करने का शौक बचपन से ही रहा है। दरियाव सिंह के अनुसार बात उन दिनों की है जब मेरे गांव उग्राखेड़ी में ग्रामोफोन मशीन आई थी। यह मशीन सबसे पहले मेरे घर ही आई। उस समय मैं तीसरी कक्षा में पढ़ता था। मेरे गुरु सरदार गुरदयाल सिंह बेदी को मुझसे एक गाना सुनाने को कहा। मैंने उन्हें भजन सुनाया। गाना सुनते ही उन्होंने मेरी पीठ थप थपाकर कहा, शाबाश, एक दिन तू जरूर बड़ा कलाकार बन देश में नाम रोशन करेगा। उसी थपथपी ने मुझे इस मुकाम तक पहुंचा दिया।
कुछ ऐसी रही है इस दिग्गज कॉमेडियन की लाइफ
दरियाव सिंह ने पहले आकाशवाणी से चलने वाले कार्यक्रम से अपने कैरियर की शुरुआत की थी। पहले ग्रामोफोन द्वारा रिकॉर्ड किए गए प्रोग्राम रेडियो पर प्रसारित किए जाते थे, साल 1969 में उन्हें रेडियो में होने वाले ऑडिशन का पता चला और वह दिल्ली चले गए। इनका सिलेक्शन हो गया। रात 10 बजे के बाद इन्हें रोहतक की आकाशवाणी से कार्यक्रम करने का मौका मिला। वह इतने फेमस हो गए कि लोग उनके प्रोग्राम सुनने के लिए बेताब रहते थे।
28 मिनट के कार्यक्रम के लिए 450 रूपए हर महीने मिलते थे
दरियाव सिंह मलिक को 28 मिनट के कार्यक्रम के लिए 450 रूपए हर महीने मिलते थे। इसके बाद उन्हें हरियाणवी फिल्म चंद्रावल में हास्य कलाकार का किरदार करने का मौका मिला। उन्होंने यह नहीं सोचा था कि यह हरियाणवी फिल्म इस तरह सुपर डुपर हिट होगी। हरियाणवी फिल्म चंद्रावल में हास्य कलाकार के किरदार निभाने के बाद उन्हें एक के बाद एक फिल्मों से रोल मिलने लगे। इसके बाद उन्होंने फिर बॉलीवुड इंडस्ट्री कदम रखा। उन्होंने यश चोपड़ा द्वारा बनाई गई फिल्म मेरे डैड की मारुति में बड़े साहब का रोल निभाया था।
राष्ट्रपति अवार्ड अवार्ड से सम्मानित
मैट्रिक पास दरियाव सिंह मलिक हिंदी, पंजाबी, इंग्लिश सभी भाषाओं को बड़ी बखूबी तरीके से बोलते थे। फिल्मों में काम करने के बाद उन्हें पब्लिक रिलेशन विभाग में लगाया गया। वह अपने समय में वॉलीबॉल खेल के स्टेट लेवल के खिलाड़ी भी रहे हैं। फिल्मों में हास्य कलाकार का किरदार निभाने और हास्य कला में शोहरत बटोरने पर सरकार की तरफ से उन्हें 2006 में राष्ट्रपति अवार्ड के लिए उनका नाम भेजा गया था। तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने उन्हें इस अवार्ड से सम्मानित किया था।
आर्ट में आज तक किसी भी जाट को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया
बड़े-बड़े कलाकार गुरदास मान और अन्य पंजाबी हास्य कलाकार भी उन्हें मिलने आते थे। दरियाव सिंह मलिक बताते थे कि आर्ट में आज तक किसी भी जाट को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया और वह पहले ऐसे जाट रहे जिन्हें आर्ट में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। दिल्ली में संगीत अकादमी की ओर से सम्मान से नवाजा गया। इतना ही नहीं उन्हें हरियाणा का बेस्ट हास्य कलाकार के लिए भी सम्मानित किया गया जा चुका है और उन्हें हरियाणा गौरव अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।