मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू के साथ की कौशल विकास परियोजनाओं पर मंत्रणा
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने गुरुवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से चंडीगढ़ में मुलाकात की और कौशल विकास के विविध आयामों पर विचार मंथन किया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस दौरान प्रदेश में स्किल इको सिस्टम को और अधिक व्यापक तथा प्रभावी बनाने पर जोर दिया है। आने वाले दिनों में प्रदेश में कौशल विकास परियोजनाओं को और गति देने पर भी विचार-विमर्श किया गया। विशेष तौर पर कौशल शिक्षा के मॉडल को उच्च शिक्षण संस्थानों में लागू करने और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप निचले स्तर तक कौशल विकास क्रम को आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई है।
विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से इस मुलाकात के दौरान प्रदेश में कौशल आधारित परियोजनाओं और कौशल शिक्षण अभियान को गतिमान बनाने संबंधी विविध आयामों पर चर्चा हुई है। विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय इस मिशन में अग्रदूत के रूप में कार्य करेगा। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने देश के पहले राजकीय कौशल विश्वविद्यालय की उपलब्धियों का प्रतिवेदन भी मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की।
कुलपति ने सीएम को पुस्तक भेंट की
कुलपति डॉ. राज नेहरू ने अपनी हाल ही में प्रकाशित पुस्तक अहंम शिवम भी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को भेंट की। गौरतलब है कि यह पुस्तक इन दिनों धर्म-दर्शन के विद्वानों में काफी चर्चित बनी हुई है। कश्मीर शैव दर्शन पर आधारित इस पुस्तक के लेखन के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कुलपति डॉ. राज नेहरू को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारतीय ज्ञान प्रणाली को आधुनिक शिक्षा और कौशल निर्माण के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बौद्धिक और सांस्कृतिक विकास के पोषण पर भी बल दिया। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने उनकी इस उदारता के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की है।
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