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चंडीगढ़। हरियाणा सरकार प्रदेश में पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए संपीड़ित प्राकृतिक गैस (कंप्रेस्ड नेचुरल गैस) के प्लांट्स लगाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। जिस प्रकार से इस योजना पर काम हो रहा है, उससे वह दिन दूर नहीं, जब हरियाणा देश का पहला राज्य होगा, जहां पैट्रानेट एलएनजी लिमिटेड के प्रदूषण से मुक्ति दिलाने वाले गैस-प्लांट होंगे। पैट्रानेट एलएनजी लिमिटेड (पीएलएल) नामक उपक्रम भारत सरकार के पैट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय, ओएनजीसी, आईओसीएल, गेल तथा बीपीसीएल कंपनियों का संयुक्त उपक्रम है। यह जानकारी गुरुवार को उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई गोबर-धन योजना के क्रियान्वयन में तेजी लाने को लेकर राज्यों से परामर्श करने के लिए आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान दी। इस कॉन्फ्रेंसिंग में नई दिल्ली से केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राज्य मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल भी जुड़े हुए थे। डिप्टी सीएम, जिनके पास विकास एवं पंचायत विभाग का प्रभार भी है, ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा पहले से ही हिसार जिले के नया गांव में सामुदायिक बायोगैस प्लांट की एक यूनिट लगाने की पहल की जा चुकी है, इस गैस से गांव की करीब 40 प्रतिशत आबादी के घरों में आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा सामुदायिक बायोगैस प्लांट की स्थापना के लिए प्रति यूनिट 50 लाख रूपए की धनराशि को बढ़ाकर एक करोड़ रुपए करने की मांग की।