Haryana State Pollution Control Board Chairman ने ली 3 जिलों के उपायुक्तों की बैठक

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Haryana State Pollution Control Board Chairman
Haryana State Pollution Control Board Chairman
  • प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए अधिकारी बरतें निगरानी : बोर्ड चेयरमैन
  • बड़े स्तर पर पौधारोपण करके भी प्रदूषण के स्तर को किया जा सकता है नियंत्रित
  • बोर्ड चेयरमैन ने अधिकारियों को समीक्षा बैठक करने के दिए निर्देश
Aaj Samaj (आज समाज), Haryana State Pollution Control Board Chairman, पानीपत : हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी राघवेन्द्र राव ने कहा है कि हमें प्रदूषण के स्तर को कम करने को लेकर एक्शन प्लान तैयार कर और गंभीरता से कार्य करने की आवश्यकता है। बढ़ता प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है। वे बुधवार को जिला सचिवालय के सभागार में करनाल, पानीपत और सोनीपत के उपायुक्तों ,निगम आयुक्तों व कई अन्य विभाग के अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने उपायुक्तों को प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए विभिन्न बिन्दुओं पर कार्य करने के निर्देश दिए व प्रदूषण की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की। उपायुक्तों ने बोर्ड चेयरमैन को आश्वस्त किया कि वे प्रदूषण के स्तर को लेकर शीघ्रता से समीक्षा बैठके करेंगे। उपायुक्त डॉ. वीरेन्द्र कुमार दहिया ने बताया कि प्रदूषण को कम करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से प्रयत्नशील है।

टपका सिंचाई के माध्यम से भी प्रदूषण नियंत्रण करने का भी सुझाव दिया

बोर्ड चेयरमैन ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करके भी प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सकता है। इस कार्य में एनजीओ का सहयोग भी लिया जा सकता है। जहां-जहां सडक़े क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं उनकी मरम्मत कराके भी प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सकता है। टपका सिंचाई के माध्यम से भी प्रदूषण नियंत्रण करने का भी सुझाव दिया। उन्होंने पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर ध्यान देने व ज्यादा से ज्यादा परिवहन निगम की बसों का संचालन करना सुनिश्चित करने की बात कही। बोर्ड चेयरमैन ने कहा रोड के दोनों तरफ पड़े कूड़े को जलाने की बजाय उसका समाधान ढुंढने की आवश्यकता है। उन्होंने अति शीघ्र से प्रदूषण के स्तर को कम करने को लेकर समीक्षा बैठक करने के भी निर्देश दिए।
Haryana State Pollution Control Board Chairman

एलपीजी पर दी जा रही सब्सिडी के प्रति लोगों को जागरूक करें 

बोर्ड चेयरमैन ने कहा कि उपायुक्तों को सर्दी के मौसम में रैन बसेरे स्थापित करने चाहिये व जो लोग सडक़ों के किनारे सर्दी के मौसम में कच्चे ईंधन का प्रयोग करते हैं इस स्थिति में संस्थाओं के माध्यम से उन्हें कंबल देने का भी आह्वान किया। उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे एलपीजी पर दी जा रही सब्सिडी के प्रति लोगों को जागरूक करें व अस्पतालों में विशेष रूप से इसका प्रचार प्रसार करें। उपायुक्त डॉ. वीरेन्द्र कुमार दहिया ने कहा कि प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए वन विभाग व अन्य विभागों के सहयोग से औद्योगिक नगरी में पिछले कई महीनों से कार्य किया जा रहा है। हरियाणा उदय कार्यक्रम में ग्राम स्तर पर पौधारोपण का कार्य किया जाता है। पूरे जिले को हरा-भरा बनाने के लिए पौधारोपण किया गया है।

डीजल के संचालित वाहनों को कम करने को लेकर नियम बनाने का भी सुझाव दिया

उपायुक्त ने बताया कि शहर में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए परिवहन विभाग की 10 नोन एसी बसों का संचालन किया जा रहा है। इन बसों की संख्या भविष्य में और बढ़ाई जाएगी ताकि प्रदूषण पर नियंत्रण किया जा सके। उपायुक्त ने बोर्ड चेयरमैन को एनसीआर में डीजल के संचालित वाहनों को कम करने को लेकर नियम बनाने का भी सुझाव दिया। उपायुक्त ने बताया कि जिले में फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर लगातार बैठकें कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। कृषि विभाग की वैन गांव-गांव जाकर लोगों को फसल अवशेष न जलाने का संदेश दे रही है। इस मौके पर सोनीपत, करनाल के उपायुक्तों के अलावा पानीपत निगम आयुक्त राहुल नरवाल, जिला परिषद के कार्यकारी अधिकारी विवेक चौधरी, जीएम रोडवेज कुलदीप जांगड़ा, जिला किसान एवं कल्याण विभाग के उपनिदेशक आदित्य डबास के अलावा वन विभाग एवं प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।