Shambhu Border Farmer Protest Update, (आज समाज), चंडीगढ़: इस वर्ष फरवरी से बंद हरियाणा शंभू बॉर्डर को खोलने के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा दिए गए आदेश का आज छठा दिन है, लेकिन अब भी हरियाणा सरकार बॉर्डर नहीं खुलवा पाई है।
- सीमा पर किसानों की संख्या बढ़ी, पुलिस भी एक्टिव
कोर्ट ने 10 जुलाई को दिया था एक सप्ताह का टाइम
हाईकोर्ट ने 10 जुलाई को शंभू बॉर्डर को आमजन के लिए खोलने का हरियाणा सरकार को आदेश दिया था और अगले कल यानी 17 जुलाई को आदेश दिए हुए एक सप्ताह हो जाएगा। दूसरी ओर शंभू बॉर्डर पर फिर से किसानों की संख्या बढ़ गई है, जिसे देख हरियाणा पुलिस ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं। सीमा पुलिस ने वज्र वाहनों की संख्या बढ़ा दी।
17-18 जुलाई को अम्बाला एसपी कार्यालय घेरने की धमकी
किसानों ने इस बीच दिल्ली कूच के लिए एक सप्ताह का समय और बढ़ा दिया है। पहले 17 और 18 जुलाई को किसान अम्बाला पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव करेंगे। उनका रास्ता रोके जाने का विरोध जताएंगे। इसके बाद 22 जुलाई को दिल्ली में किसानों ने कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में विपक्ष के नेताओं के साथ बैठक का अनुरोध किया है। उसके बाद आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।
बैठक में लिए गए हैं कई अहम निर्णय
शंभू बॉर्डर पर सोमवार को मनजीत सिंह घुमाना की अगुवाई में हुई किसान संगठनों की बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए हैं। खनौरी बॉर्डर पर भी रविवार को कई घंटों तक बैठक चली थी। नेताओं ने किसान नवदीप सिंह जलबेड़ा की रिहाई की मांग की है। शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर बैठकों में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के किसान नेता शामिल हुए थे। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि विपक्ष के पास मांग पत्र है और 22 जुलाई को कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में विपक्ष के नेताओं के साथ किसानों की एक बैठक का अनुरोध किया गया है। जहां पर विशेषज्ञ इस विषय पर अपनी राय रखेंगे।
पांच महीने पहले किया था दिल्ली कूच का ऐलान
बता दें कि अपनी मांगों को लेकर किसानों ने पांच महीने पहले ही दिल्ली मार्च करने का ऐलान किया था। इसके बाद से शंभू बॉर्डर को बंद कर दिया गया था। पंजाब और हरियाणा को अलग-अलग करने वाले इस बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस की तरफ से बैरिकेडिंग की गई थी।