आज समाज डिजिटल,पानीपत:
Haryana Roadways: पानीपत में अपनी मांगों को लेकर हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी धरने पर बैठ गए हैं, कर्मचारियों ने कहा कि सरकार के साथ उनके नेताओं की कई बार बैठक हुई है, जिसमें सरकार ने उनकी मांगों को पूरा करने की बात कही थी। लेकिन आज तक वह मांग सरकार ने पूरी नहीं की है। इसी को लेकर उनको आज फिर से दो दिन की हड़ताल करनी पड़ रही है। निजीकरण के खिलाफ और रोडवेज के बेड़े में नई बसें शामिल करने की मांग को लेकर की गई इस दो दिवसीय हड़ताल में यात्री काफी परेशान नजर आए। वहीं, सुरक्षा को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भी पुख्ता इंतजाम किया है। Haryana Roadways
मांग है कि निजीकरण बंद किया जाए
पानीपत जिला डिपो के प्रधान सुल्तान ने कहा कि कल से ही सभी रोडवेज के कर्मचारियों को हड़ताल के लिए बोला हुआ था। आज किसी को भी कहने की जरूरत नहीं पड़ी सभी लोग अपनी-अपनी बस खड़ी करके धरने में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस हड़ताल में उनके साथ किसान संगठनों के साथ-साथ अन्य संगठन भी शामिल हैं। वही रोडवेज की 10 की 10 यूनियन इसमें शामिल हैं। उनकी मांग है कि निजीकरण बंद किया जाए और रोडवेज के बेड़े में दस हजार नई बसें शामिल की जाये ताकि युवाओं को रोजगार मिल सके। Haryana Roadways
तीन यूनियन इस हड़ताल में शामिल नहीं
प्रधान सुल्तान ने कहा कि पानीपत बस अड्डा परिसर से सुबह से अभी तक एक भी बस नहीं निकली है इसलिए उनकी ये हड़ताल पूरी तरह कामयाब होगी। उन्होंने कहा की अगर सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो उनकी यह हड़ताल जारी भी रह सकती है। सरकार हर बार उनको बरगला रही है। जिला डिपो के प्रधान सुल्तान ने कहा कि आज सभी विभागों के कर्मचारी हड़ताल पर हैं, जिसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ सकता है। बता दें कि रोडवेज यूनियन ने सांझा मोर्चा बनाकर 28-29 मार्च की हड़ताल में शामिल होने की घोषणा की है. मालूम हो कि हरियाणा में रोडवेज कर्मचारियों की 13 यूनियन हैं, जिसमें से तीन यूनियन इस हड़ताल में शामिल नहीं है। Haryana Roadways