एक किसान घायल, अस्पताल में भर्ती
हरियाणा पुलिस ने कहा- पहले दिल्ली में धरने की परमिशन दिखाओ
पंधेर बोले- हम हर कुबार्नी देने को तैयार है
(आज समाज) अंबाला: आज दोपहर 12 बजे एक बार फिर से पंजाब के 101 किसानों का जत्था हरियाणा के रास्ते दिल्ली जाने के लिए शंभू बार्डर से हरियाणा की ओर रवाना हुआ। जत्थे को हरियाणा पुलिस ने बार्डर पर रोक लिया है। यहां पर किसानों व पुलिस के बीच दिल्ली में धरने की परमिशन को लेकर बहस हो गई। पुलिस ने किसानों से दिल्ली में धरने की परमिशन दिखाने को कहा था।
इससे पहले हरियाणा पुलिस ने किसानों व मीडिया कर्मियों को चाय व बिस्कुट आॅफर किए। लेकिन किसान केवल दिल्ली जाने की मांग पर अडेÞ रहे। जब किसान नहीं माने तो हरियाणा पुलिस ने किसानों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। जिस कारण किसान बार्डर से थोड़ा पीछे हट गए। लेकिन उसके कुछ देर बाद फिर से किसान बैरिकेडिंग के नजदीक आ गए। पुलिस ने फिर से किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े। इस कार्रवाई में एक किसान के घायल होने की खबर है जिसे उपचार के लिए राजपुरा के अस्पताल में भर्ती करवाय गया है। किसान की पहचान बठिंडा के रेशम सिंह भगता भाई के रूम में हुई है।
यह प्रदर्शन गैरकानूनी है
इससे पहले हरियाणा पुलिस ने किसानों को वेरिफिकेशन करवाने को कहा। पुलिस ने किसानों से कहा कि आप हमारे भाई हैं। अन्नदाता हो। आपके लिए लंगर का इंतजाम किया गया है। आप आराम से बैठ जाएं। इसके बाद कहा कि आप हथियार लेकर आए हो। यह प्रदर्शन गैरकानूनी है। वहीं पंजाब के किसान नेताओं ने कहा कि हमारी 101 किसानों की लिस्ट असली है। हरियाणा पुलिस की तरफ से झूठ बोला जा रहा है। इस लिस्ट में जिन किसानों के नाम हैं, वही जत्थे में शामिल हैं। किसान नेता सरवन पंधेर ने कहा कि हम हर कुबार्नी देने को तैयार है। वहीं आंसू गैस के गोलों से किसानों की आंखों में जलन होने का समाचार भी मिला है।
सरकार को मसलों का हल करना चाहिए: पंधेर
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि आमरण अनशन को 13 दिन हो गए हैं। हमारा कार्यक्रम शांतिपूर्ण चल रहा है। सरकार हमें न दिल्ली जाने दे रही है और न ही हमारी समस्याओं का हल कर रही है। भगवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सद्बुद्धि दें और हमारे मसलों को हल करें। सरकार को ऐसा लगता है कि हमारे खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाकर सफल हो जाएंगे। सरकार को टकराव की नीति छोड़कर मसलों को हल करना चाहिए। हमारा 9 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी के पानीपत के कार्यक्रम का विरोध करने का कोई प्रोग्राम नहीं है।
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