मेट्रो को मिलेगा ऑर्बिटल रेल और KMP से कनेक्शन
हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (HMRTC) के मैनेजिंग डायरेक्टर चंद्रशेखर खरे ने जानकारी दी कि इस प्रोजेक्ट के तहत पलवल मेट्रो को कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेसवे और हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा। इस कनेक्शन से क्षेत्रीय ट्रांसपोर्ट को एक नया आयाम मिलेगा।
हालांकि, इसकी व्यवहार्यता और तकनीकी पहलुओं पर रिपोर्ट तैयार होने के बाद ही इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। अनुमान है कि अगले 6 महीनों में DPR पूरी कर ली जाएगी।
कौन-कौन से जिले होंगे लाभान्वित?
यह प्रोजेक्ट हरियाणा के 5 प्रमुख जिलों के लिए बेहद लाभदायक होगा:
- पलवल
- गुरुग्राम
- नूंह
- झज्जर
- सोनीपत
ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का रूट:
- यह रेल कॉरिडोर पलवल रेलवे स्टेशन से शुरू होकर सोनीपत के हरसाना कलां रेलवे स्टेशन तक जाएगा।
- इस परियोजना में 67 गांवों की लगभग 1665 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है।
मेट्रो रूट पर 10-11 स्टेशन
बल्लभगढ़ से पलवल तक बनने वाले इस मेट्रो रूट पर लगभग 10 से 11 स्टेशन बनाए जाएंगे। इससे इस पूरे क्षेत्र में ट्रांसपोर्टेशन का एक नया नेटवर्क विकसित होगा, जिससे यातायात का दबाव कम होगा और यात्रियों को तेज व सस्ती कनेक्टिविटी मिलेगी।
बल्लभगढ़ से पलवल तक मेट्रो के विस्तार की मांग पिछले एक साल से उठ रही थी। इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधानसभा चुनाव के दौरान पलवल में आयोजित जनसभा में इस प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। अब इस प्रोजेक्ट पर ग्राउंड वर्क शुरू हो गया है।
इस प्रोजेक्ट से क्या होंगे फायदे?
- बेहतर कनेक्टिविटी:
- KMP और हरियाणा ऑर्बिटल रेल से जुड़कर पूरे क्षेत्र को ट्रांसपोर्ट का एक मजबूत नेटवर्क मिलेगा।
- आर्थिक विकास:
- गुरुग्राम, सोनीपत और पलवल जैसे क्षेत्रों में औद्योगिक और वाणिज्यिक गतिविधियां तेजी से बढ़ेंगी।
- यात्री सुविधा:
- मेट्रो और रेल के संयोजन से लोगों को ट्रैफिक और लंबे सफर की परेशानी से राहत मिलेगी।
- ग्रामीण विकास:
- परियोजना से जुड़े 67 गांवों को आर्थिक रूप से फायदा होगा।
6 महीने में आएगी पूरी रिपोर्ट
हरियाणा सरकार के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की डीपीआर 6 महीने के भीतर तैयार हो जाएगी। इसके बाद, निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है। यह प्रोजेक्ट हरियाणा के बुनियादी ढांचे को नए स्तर पर ले जाने के लिए एक अहम कदम साबित होगा।