Haryana News: हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने खड़गे पर साधा निशान, बोल दी इतनी बड़ी बात

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Haryana News: हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने खड़गे पर साधा निशान, बोल दी इतनी बड़ी बात

Haryana News: हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “दुनिया आगे जा रही है और खड़गे जी देश को पाषाण युग में ले जाना चाहते हैं। पाषाण युग में हार जीत के फैसले पथरों से हुए करते थे। खड़गे जी पीछे ले जाने की बात कर रहे हैं”।

इसके अलावा, उन्होंने आम आदमी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि “इनका तो अपना ही विधान है तथा इनको तो संविधान शब्द का उच्चारण भी नहीं करना चाहिए”। विज आज मीडियाकर्मियों द्वारा मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान हम ईवीएम नहीं चाहते, हम बैलेट पेपर पर मतदान चाहते हैं, पर पूछे गए सवाल पर तीखी प्रतिक्रिया दे रहे थे। उल्लेखनीय है कि संविधान दिवस के अवसर पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान हम ईवीएम नहीं चाहते, हम बैलेट पेपर पर मतदान चाहते हैं।

भूपेंद्र सिंह हुडा सिर्फ भड़काने और गुमराह करने के अलावा कोई काम नहीं करते: विज

किसानों ने एक बार फिर दिल्ली जाने की बात कही है और भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि वह किसानों के साथ हैं, के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब पर विज ने कहा कि “भूपेंद्र सिंह हुडा सिर्फ भड़काने और गुमराह करने के अलावा कोई काम नहीं करते। एक दिन भी जाकर उन्होंने किसानों का हाल नहीं पूछा और पंजाब में तो इंडी की सरकार है।

न वहां के मुख्यमंत्री एक दिन भी गए और न है भूपेंद्र सिंह हुडा गए तथा न ही इन्होंने किसान को समझाने की कोशिश की। जबकि जनता को भारी तकलीफ झेलनी पड़ रही है। ये बात करके उनको वहां से उठा देते तो रास्ता खुल जाता और जनता परेशान न होती”। किसान नेता डल्लेवाल को पंजाब पुलिस ने डिटेन किया तो उसके बाद सुरजीत सिंह हरदो भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं पर विज बोले ये पंजाब पुलिस का मामला है। आगे क्या करते हैं देखते है।

केजरीवाल की पार्टी न संविधान को मानती है, न कोर्ट

केजरीवाल के बयान भगवान को जब पता चला कि संविधान खतरे में है तो भगवान नए संविधान दिवस के दिन आम आदमी पार्टी को जन्म दिया पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए विज ने कहा कि “केजरीवाल की पार्टी न संविधान को मानती है, न कोर्ट को मानती है और न ही ऑटोनॉमस बॉडी को मानती है। इनका तो अपना ही विधान है तथा इनको तो संविधान शब्द का उच्चारण भी नहीं करना चाहिए”।

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