आज समाज डिजिटल, चरखी दादरी:
Haryana Jawan Martyred : जम्मू कश्मीर के शोपिया क्षेत्र में आतंकियों से मुठभेड़ में मोर्चा संभालने के लिए जाते समय हुए एक हादसे में शहीद सूबेदार श्री ओम पहलवान को उनके बेटे ने सैल्यूट करके अंतिम विदाई दी तो बेटी बोली जयहिंद पापा। यहां हजारों लोग नम आंखों के साथ शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल हुए। इस दौरान पूरा क्षेत्र वन्दे मातरम, शहीद श्रीओम अमर रहे और भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा।
आंखें थी नम, शहादत पर गर्व
यहां का दृश्य हमेशा आंखों में समाया रहेगा। यहां हर किसी की आंख नम थी तो देश के लिए जान कुर्बान करने पर शहीद के प्रति गर्व था। प्रशासनिक अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधि और हजारों ग्रामीणों ने अपने लाड़ले को श्रद्धांजलि दी। शहीद के बेटे योगेश ने शहीद पिता को हाथ जोड़कर नमन किया। पत्नी और पिता ने भी शहीद को सैल्यूट करके अंतिम विदाई दी।
10 किलोमीटर तक सैल्यूट के लिए खड़े रहे लोग
चरखी दादरी से शहीद के पैतृक गांव महराणा तक करीब 10 किलोमीटर के इलाके में जगह-जगह उनके अंतिम दर्शनों के लिए लोगों की भीड़ रह। जनसमूह ने जगह-जगह पर सड़क के (Haryana Jawan Martyred) दोनों ओर खड़े होकर उन्हें श्रद्धाजंलि दी।तिरंगा यात्रा के दौरान भारत मां और शहीद सूबेदार श्रीओम अमर रहे के नारे भी लगाए गए. एक समय पूरा आकाश शहीद के इस्तकबाल में झुक गया। पूरा इलाका शहीद सूबेदार श्रीओम अमर रहे के नारों से गुंजायमान रहा।
गाड़ी के चालक को मार दी थी गोली
शहीद सूबेदार श्रीओम पहलवान जम्मू कश्मीर के शोपिया क्षेत्र में आतंकियों से जारी मुठभेड़ में मोर्चा संभालने के जा रहे थे. इसी दौरान आतंकियों ने गाड़ी चालक को गोली मारी तो वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसी दौरान उसमें बैठे सूबेदार श्रीओम वीरगति को प्राप्त हो गए। सेना द्वारा उनकी पार्थिव देह दिल्ली से गांव महराणा में लाया गया। यहां पूरे राजकीय सम्मान से उनकी अंत्येष्टि की गई।
सांसद और कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
इस दौरान सांसद धर्मबीर सिंह, जजपा अध्यक्ष अजय चौटाला, पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान, भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष सुखविंद्र मांढी, उमेद पातुवास व बबीता फौगाट सहित आसपास के हजारों लोग इत्यादि उपस्थित रहे। शहीद श्रीओम गौतम के भाई देवेंद्र ने कहा कि वो अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पहलवान भी रहे हैं और जूनियर एशियाड में गोल्ड मेडल के अलावा आर्मी में कलर व अन्य मेडल भी जीते हैं। श्रीओम ने तीसरी पीढ़ी में देश सेवा की है और गांव का दूसरा जवान है जो देश रक्षा करते हुए शहीद हुए हैं। उन्होंने कहा कि वे सेना में रहते हुए भाई की शहादत का बदला जरूर लूंगा। बॉर्डर पर कहीं भी ड्यूटी हो, एक के बदले 50 आतंकियों को मारकर बदला लूंगा।
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