Haryana Jawan Martyr
आज समाज डिजिटल, गुरुग्राम :
Haryana Jawan Martyr जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में ग्लेशियर में दबने से शहीद सिपाही सचिन डगर का पार्थिव शरीर मंगलवार उनके पैतृक गांव अलीपुर लाया गया। कुछ देर घर पर रखने के बाद शहीद की अंतिम यात्रा निकली और गांव के पास स्थित मोक्ष स्थल पर सैन्य व राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया।
पिता बोले- शहादत पर गर्व Haryana Jawan Martyr
शहीद के पिता ने बताया कि उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है। उन्होंने कहा कि दिसंबर में सचिन अपनी बहन की शादी पर घर आया था। तीन जनवरी को वह वापस अपनी ड्यूटी पर चला गया। शहादत के एक दिन पहले उसने अपनी मां से वीडियो कॉल करके काफी देर बात की थी।
अंतिम यात्रा में आस पास गांव के काफी संख्या में लोग पहुंचे। लोगों ने भारत माता के जयघोष के साथ-साथ जब तक सूरज चांद रहेगा, सचिन तेरा नाम रहेगा का जयघोष किया। (Haryana Jawan Martyr) कई युवा अंतिम यात्रा में तिरंगा लेकर शामिल हुए। वहीं गुरुग्राम से पहुंची सेना की टुकड़ी ने शहीद को सलामी दी।
2015 में सेना में भर्ती हुआ था सचिन
Sachin was recruited in the army in 2015 सचिन डागर साल 2015 में भारतीय सेना की आरआर बटालियन में भर्ती हुए। सचिन के बड़े भाई नितिन डागर भी फौज में ही कार्यरत है। वहीं उनके पिता हवा सिंह गांव में खेती-बाड़ी करते हैं। मां वीणा घरेलू काम का संभालती है। पिता ने बताया कि उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है।
बहन की शादी से लौटा था सचिन
पिता ने बताया कि दिसंबर में अपनी बहन की शादी में सचिन घर पर आया था। 3 जनवरी को वह वापस अपनी ड्यूटी पर चला गया। शहादत के एक दिन पहले उसने अपनी मां से वीडियो कॉल करके काफी देर बाद की थी। शाहिद सचिन के अध्यापक ने बताया कि सचिन काफी होशियार छात्र था। सेना में जाने के लिए शुरू से ही उसके हौसले बुलंद थे।
शहीद अमर रहे और भारत माता की जय के नारे Haryana Jawan Martyr
गांव अलीपुर में 26 वर्षीय शहीद सचिन डागर का अंतिम संस्कार उसके भाई नितिन डागर ने किया। शव यात्रा में मौजूद रहे लोगों ने ‘शहीद अमर रहे’ और ‘भारत माता की जय’ जैसे नारे लगाए। तिरंगे में लिपटकर जब शहीद का शव उनके घर पहुंचा था जवान की शहादत पर शायद ही कोई होगा, जिसकी आंखें नम न हुई हो।
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