ऑक्सीजन उपलब्धता के मामले में हरियाणा देश का पहला आत्मनिर्भर राज्य बनने की ओर अग्रसर : स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज

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संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने उपायुक्तों के साथ की समीक्षा, तैयारियों पर दिया जोर
प्रवीण वालिया, करनाल:
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि कोविड मरीजों की जरूरतों के लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता में हरियाणा को देश का पहला आत्मनिर्भर राज्य बनाना है। इसके लिए सभी जिलों में जोरदार प्रयास शुरू हो गए है। सरकारी अस्पतालों व सामुदायिक केन्द्रों के अतिरिक्त प्रत्येक ऐसा प्राईवेट अस्पताल, जिसमें बिस्तरों की संख्या 50 से ज्यादा है, को अपना ऑक्सीजन प्लांट लगाना होगा, इसके लिए अधिकारिक तौर पर आदेश पारित कर दिए है। जिलों में उपायुक्त की अध्यक्षता में मोनिटरिंग कमेटी ऑक्सीजन प्लांट की प्रक्रिया पर नजर रखेंगी। मंत्री कोविड की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियों को लेकर एक वीडियो कॉन्फ्रैंसिंग के जरिए सभी उपायुक्तों से रू-ब-रू थे। वीसी में पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया, नगराधीश अभय सिंह जांगड़ा और सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा की भी मौजूदगी थी।
मंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन को लेकर ऐसी व्यवस्था पूरी करनी है, जिसमें सरकारी हो या प्राईवेट प्रत्येक अस्पताल के बैड पर ऑक्सीजन की आपूर्ति बनी रहे, बैड पर पाईप से यानि गैस मैनीफोल्ड सिस्टम होना चाहिए तथा सिलेंडर भी उपलब्ध रहे। हमारी कोशिश हो कि हम ऑक्सीजन की जरूरत के लिए उद्योगों के पीछे ना भागें। उन्होंने कहा कि जिले मेें लगाए जा रहे ऑक्सीजन प्लांट के अलावा प्रदेश सरकार केन्द्र से भी ऑक्सीजन उत्पादन की सहायता ले रही है। एचएससीएल से टेंडर कर रहे है, लेकिन जिलों में उपायुक्त और सिविल सर्जन एक टाईम लाईन बनाकर ऑक्सीजन प्लांटों की मोनिटरिंग करते रहे, इसके लिए समय ना गंवाए।
वीसी में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना की जा रही है,यह भी अटकलें है कि यह अगस्त के दूसरे या तीसरे सप्ताह में आए। यह भी कहा जा रहा है कि यह पहली दो वेव से ज्यादा घातक होगी। इसे देखते अभी से पुख्ता तैयारियां करनी होगी। क्योंकि युद्घ शुरूहोने के बाद योद्घा अपनी तैयारी करें उसका कोई मतलब नहीं होता। उन्होंने कहा कि पहली दो वेव में प्रदेश के डॉक्टरों, पैरा मेडिकल स्टाफ, अधिकारी और तमाम फ्रंट लाईन वर्करों ने पूरी निष्ठा से काम कर कोरोना का मुकाबला किया। इससे हमारा प्रदेश अन्य प्रदेशों की तुलना में कोविड से निपटने में कामयाब रहा। दो वेव में जो कुछ कमियां रही उनसे अब सीख लेकर आगे बढऩा है। इसके लिए उन्होंने दो-तीन बातें कही। उन्होंने कहा कि हर जिला में कोरोना मोनिटरिंग कमेटी बनाई जाएगी, जिसमें डीसी, एसपी, सीएमओ व नगर निगम आयुक्त/ नगर परिषद अधिकारी शामिल हो। प्रत्येक अस्पताल में ऑक्सीजन, वेंटीलेटर व आईसीयू बैडो की संख्या बढ़ानी होगी, इसके लिए विस्तार से योजना बनाई हुई है।
वीसी में उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने करनाल जिला से संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि अब तक जिला में 5 लाख 18 हजार 424 व्यक्तियों को कोवि शील्ड व को-वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है, 4 लाख 24 हजार 274 को प्रथम व 94 हजार 150 को द्वितीय डोज लगाई गई है। उन्होंने बताया कि अब तक जिला में कोविड के 39 हजार 905 केस डायग्रोज हुए, इनमें से 39 हजार 328 रिकवर हुए और 547 व्यक्तियों की मौत हुई। अब एक्टिव केसों की संख्या मात्र 30 है, इनमें केसीजीएमसी में 7, होम आईसोलेशन में 16, प्राईवेट अस्पतालों में 4 तथा जिला से बाहर 3 मरीज दाखिल शामिल है। उपायुक्त ने सीएमओ को निर्देश दिए कि वे 50 बैड से अधिक के प्राईवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए इनकी बैठक ले और कोशिश करवाएं कि तीसरी लहर से पहले ये प्लांट लग जाए। वीसी में सीएमओ ने बताया कि  जिला के केसीजीएमसी तथा नागरिक अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा चुके है जबकि नीलोखेड़ी, इंद्री, असंध व घरौंडा में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की प्रक्रिया जारी है।