नई दिल्ली। हरियाणा में विधान सभा चुनाव होने वाले हैं। लगभग सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है लेकिन अब तक कांग्रेस की ओर से लिस्ट जारी नहीं की गई है। हरियाणा कांग्रेस में अंतर कलह की राजनीति जारी है। कांग्रेस ने हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष पद से अशोक तंवर को हटा कर कुमारी शैलजा को दिया था। नेतृत्व में परिवर्तन के बाद से ही कांग्रेस के अंदर राजनीति गरमा गई थी। अब अशोक तंवर ने टिकट बंटवारे में महत्व न मिलने के बाद दबाव की राजनीति शुरू कर दी है। टिकट बंटवारे से पहले ही राज्य की विभिन्न विधान सभाओं से अशोक तंवर के समर्थकों ने कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड पहुंच कर प्रदर्शन किया। समर्थकों को कहना है कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा उन नेताओं की उपेक्षा कर रहे हैं जो राज्य में बीते पांच सालों से सक्रिय हैं। टिकट उन्हीं नेताओं को दिया जाना है जो पुराने हैं और पिछला चुनाव हार चुके हैं। हुड्डा और अशोक तंवर के बीच पिछले पांच सालों में रिश्तों में खींचतान रही है। अब
हुड्डा चुनाव संचालन समिति के चेयरमैन हैं लिहाजा प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा के साथ मिलकर उम्मीदवारों को अंतिम रूप दिया गया है। जिससे अशोक तंवर को आभास है कि उनके दिए गए नामों को प्राथमिकता नहीं दी जाएगी। बुधवार को करीब सौ से अधिक समर्थकों के साथ अशोक तंवर ने कांग्रेस मुख्यालय पर अपनी आवाज बुलंद की और दबाव बनाना चाहा। हालांकि इन समर्थकों को न तो कांग्रेस का कोई नेता समझाने पहुंचा और न ही किसी ने कोई आश्वासन दिया। समर्थकों ने कई घंटों तक यहां नारेबाजी की।