Haryana Budget 2022 Highlights गरीब से गरीब व्यक्ति का उत्थान करना सरकार का लक्ष्य : मुख्यमंत्री

0
506
Manohar Lal Statement On Budget
file photo

Haryana Budget 2022 Highlights गरीब से गरीब व्यक्ति का उत्थान करना सरकार का लक्ष्य : मुख्यमंत्री

  • बतौर वित्तमंत्री मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने पेश किया तीसरा बजट
  • 1 लाख 80 हजार आय से नीचे वाले सभी परिवारों को मिलेगा आयुष्मान भारत योजना का लाभ

आज समाज डिजिटल, चंडीगढ़: 

Haryana Budget 2022 Highlights : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गरीब से गरीब व्यक्ति का उत्थान करना सरकार का मुख्य लक्ष्य है। इस बार का बजट भी गरीब व्यक्ति से शुरू किया गया है। परिवार पहचान पत्र का डाटा इस्तेमाल करके सरकार नई से नई योजनाएं क्रियान्वित कर रही है। मुख्यमंत्री जिनके पास वित्तमंत्री का भी प्रभार है वे मंगलवार को हरियाणा विधानसभा में प्रदेश का आम बजट पेश करने के बाद प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि वित्तमंत्री के तौर पर हरियाणा का तीसरा आम बजट पेश किया है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सबसे पहले मुख्यमंत्री ने सभी मातृशक्ति को नमन करते हुए उन्हें इस अवसर की बधाई दी। उन्होंने विशेष तौर पर वित्त विभाग की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें इस बात की बेहद खुशी है (Haryana Budget 2022 Highlights) कि इस विभाग में कार्यरत 400 कर्मचारियों में से 180 महिला कर्मचारी हैं, जिन्होंने इस बजट को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके साथ-साथ मुख्यमंत्री ने सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग में कार्यरत महिला कर्मचारियों को भी विशेष रूप से बधाई दी।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कोरोना की वजह से गुरु श्री तेगबहादुर जी के 400वें प्रकाश उत्सव की शुरूआत पर कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सका था (Haryana Budget 2022 Highlights) लेकिन अब समापन समारोह पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ-साथ आजादी के अमृत महोत्सव पर भी 2 वर्ष तक कार्यक्रम चलाएं जाएंगे।

1 लाख 80 हजार आय से नीचे वाले सभी परिवारों आयुष्मान योजना में शामिल

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि यह बजट व्यवस्था को ठीक करने की दिशा में पेश किया गया है। पात्र व्यक्ति को मुफ्त में कोई चीज देने की बजाए उसे अपने पैरों पर खड़ा कर आत्मनिर्भर बनाने की ओर जोर दिया जा रहा है। यही देश और जनता के हित में है। (Haryana Budget 2022 Highlights) नागरिकों को शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार और इन्फ्रास्ट्रक्चर मिल जाए तो वे जीवन में आगे बढ़ सकते हैं। परिवार पहचान पत्र के डाटा में 1 लाख 80 हजार से कम आय वर्ग में एससी के 29 प्रतिशत परिवार और बीसी के 34.5 प्रतिशत परिवार आए हैं। जबकि एससी की आबादी 20 प्रतिशत और बीसी की 27 प्रतिशत है। सरकार ने सबसे पहले इन परिवारों के जीवन स्तर में सुधार लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि अब 1 लाख 80 हजार से कम आय वर्ग के प्रत्येक परिवार को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिलेगा। अभी तक इस योजना के अंतर्गत करीब साढ़े 15 लाख लोग आते थे लेकिन अब 28 से 30 लाख लोगों को लाभ मिलने की संभावना है।

बिजली कंपनियां घाटे से आई मुनाफे में

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि हमने पब्लिक सैक्टर यूनिट के इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार किया है। आज से 7 साल पहले बिजली कंपनियां घाटे में चल रही थी। (Haryana Budget 2022 Highlights) हमने सुधार किए और आज स्थिति ये है कि प्रदेश की चारों बिजली कंपनियां मुनाफे में हैं। इसी वजह से सरकार ने बिजली के रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं की बल्कि दो बार रेट को कम किया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग के सामने प्रस्ताव रखकर बिजली क्षेत्र से जुड़े और सुधार किए जाएंगे।

बजट में 5 शर्तों का समर्थन

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा के आम बजट में 5 शर्तों का समर्थन किया गया है। जिसके अंतर्गत समर्थ हरियाणा, अंत्योदय, सतत विकास, संतुलित पर्यावरण और सहभागिता की विकासात्मक शक्तियों की परिकल्पना की है। हरियाणा सरकार ने 17 सतत विकास लक्ष्य निर्धारित करके बेहतर व स्थाई भविष्य की रूपरेखा तैयार की है। इसमें समाज में समानता, (Haryana Budget 2022 Highlights) शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करके गरीबी को कम करने और आर्थिक विकास के लक्ष्य को हासिल करना शामिल है। इसके साथ-साथ सरकार को पर्यावरण की भी चिंता है। पानी, जंगल, वायु और जमीन को बचाने के लिए विशेष ध्यान दिया जाएगा।

राज्य स्तरीय सुषमा स्वराज पुरस्कार की घोषणा

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा की बेटी स्वर्गीय सुषमा स्वराज की स्मृति में राज्य स्तरीय सुषमा स्वराज पुरस्कार दिया जाएगा। यह पुरस्कार उन महिलाओं को प्रदान किया जाएगा, जिन्होंने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया या उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। इस पुरस्कार में 5 लाख रुपये और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा मातृशक्ति उद्यमिता योजना के अतर्गत 5 लाख रुपये से कम आय वाली महिलाओं को उद्यम, व्यापार और व्यवसाय स्थापित करने के लिए 3 लाख रुपये तक के आसान ऋण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भिवानी के कुडल व छाप्पर तथा सोनीपत के गन्नौर में 3 नए सरकारी महिला कॉलेज खोले जाएंगे। इसके अलावा कामकाजी महिलाओं के लिए फरीदाबाद, गुरुग्राम और पंचकूला में सुरक्षित व किफायती आवास बनाए जाएंगे।

प्राकृतिक एवं जैविक खेती पर जोर

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि बीमारियों से मुक्त जीरो बजट आधारित प्राकृतिक एवं जैविक खेती पर जोर दिया जाएगा। इसके लिए 25-25 एकड़ के 100 कलस्टर बनाएंगे। मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए किसान क्रेडिट कॉर्ड देंगे और मछली पालकों को बीज उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके अतिरिक्त झज्जर में एक अत्याधुनिक थोक मछली बाजार स्थापित होगा। कुरुक्षेत्र में मछलियों से जुड़ा एक म्यूजियम बनेगा जबकि गुरुग्राम में सिंगापुर की तर्ज पर एक्वेरियम भी स्थापित होगा।

आयुष्मान कार्ड से जुड़ेंगे सभी ईएसआई अस्पताल

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत अब प्रदेश के सभी ईएसआई अस्पताल भी आएंगे। इसको लेकर सहमति बन गई है। इसके अलावा 3 लाख रुपये से कम आय वाले दिव्यांगजनों के इलाज की हरियाणा में अलग से व्यवस्था की जाएगी। गरीब परिवारों की 2 वर्ष में 1 बार निशुल्क स्वास्थ्य जांच होगी। स्वास्थ्य क्षेत्र में और सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी, प्रत्येक जिले में 1 मेडिकल कॉलेज स्थापित होगा। इस वर्ष पलवल, पंचकूला, चरखी दादरी और फतेहाबाद में एक-एक मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना है। इससे प्रदेश में कुल 3 हजार मेडिकल छात्रों की सीटें हो जाएंगी, जो वर्ष 2014 में महज 700 थी।

आंगनवाड़ी वर्कर को धरना हो खत्म करना चाहिए

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सेवानिवृति पर एक्सग्रेसिया लाभ 1 लाख किया गया है, इसके अलावा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व हैल्पर की दुर्घटना में मृत्यु होने पर 2 लाख रुपये देने का प्रावधान किया गया है। सरकार ने इसे बढ़ाकर 3 लाख रुपये कर दिया है। यह इनकी काफी समय से मांग थी, अब सभी आंगनवाड़ी वर्कर व हैल्पर्स को अपना धरना खत्म कर देना चाहिए।

Also Read :  आम बजट दूरगामी एवं ऐतिहासिक : शिक्षा मंत्री कवर पाल