- हरियाणा में कांग्रेस भारी जीत की ओर – अशोक गहलोत
अजीत मेंदोला| नई दिल्ली। हरियाणा चुनाव की वरिष्ठ पर्यवेक्षक के रूप में जिम्मेदारी संभाल रहे राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि हरियाणा में कांग्रेस की आंधी चल रही है। इस बार कांग्रेस जीत का नया रिकॉर्ड बनाएगी। विशेष बातचीत में गहलोत कहते हैं कि लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकानें खोलने का संकल्प पूरे देश में बदलाव ला रहा है, लोकसभा चुनाव के बाद इसका सीधा असर अब हरियाणा में भी बड़ा बदलाव लाता दिख रहा है।
राहुल का संकल्प, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी की रणनीति हरियाणा में पार्टी को बड़ी जीत दिलवाने जा रही है। गहलोत कहते हैं कि बीजेपी के दस साल के शासन से जनता त्रस्त हो चुकी है। एक बात और हमारी पार्टी पूरी तरह से एक जुट हो कर चुनाव लड़ रही है।
पार्टी की वरिष्ठ नेता शैलजा को लेकर बीजेपी जो कु प्रचार कर रही है जनता वोटिंग के दिन उसका जवाब देगी। शैलजा खुद जवाब दे चुकी हैं कि बीजेपी भ्रम न फैलाए, वह कांग्रेस छोड़ कर कहीं नहीं जा रही हैं। गहलोत बताते हैं कांग्रेस में पहले से किसी को सीएम चेहरा नहीं बनाया जाता है।
चुनाव बाद विधायक दल की बैठक में किए गए फैसले पर पार्टी पर केंद्रीय नेतृत्व मोहर लगाता है। गहलोत से हरियाणा चुनाव को लेकर हुई विस्तृत बातचीत का ब्योरा।
सवाल – हरियाणा चुनाव के वरिष्ठ पर्यवेक्षक के रूप में हैं आप का क्या आंकलन है
गहलोत – देखिए हरियाणा को अभी तक जो मैने देखा है और समझा है। इतना तो तय है कि भाजपा की इस बार करारी हार होने जा रही है। कितनी बड़ी हार होगी परिणाम वाले दिन पता चलेगा। मै यह बात इसलिए कह रहा हूं कि हरियाणा की जनता ने बीजेपी के दस साल के कुशासन से तंग हो कांग्रेस को वोट देने का मन बना लिया है।
बीजेपी अब कितना भी प्रोपेगंडा फैला ले कुछ नहीं होने वाला है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हों या मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हरियाणा की जनता इनके बहकावे में नहीं आने वाली है।
सवाल – आप किस आधार पर कह रहे हैं कि कांग्रेस जीतेगी
गहलोत – देखिए हमारे नेता राहुल गांधी ने पूरे देश में मोहब्बत की दुकानें खोलने का जो संकल्प भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लिया था उसका असर लोकसभा चुनाव में दिखाई दिया। जनता का कांग्रेस पर भरोसा लौटा है। यही असर अब हरियाणा में भी दिख रहा है।
कांग्रेस की जीत में एक बड़ी भूमिका राहुल की मोहब्बत की दुकाने खोलने के संकल्प का भी रहने वाला है। जनता बीजेपी के बाटने वाली राजनीति से ज्यादा अब भाईचारे को महत्व देने लगी है। इसके साथ आप देखेंगे कि हरियाणा का हर वर्ग बीजेपी के शासन से परेशान। पहले किसानों की बात करते हैं।
आजाद भारत में पहली बार ऐसा हुआ कि देश का किसान सर्दी, बरसात और गर्मी में खुले आसमान के नीचे बैठा रहा। सैकड़ों किसानों की जान चली गई। लेकिन केंद्र की मोदी सरकार का दिल नहीं पसीजा। इसके बाद किसान को अपने देश की राजधानी में प्रवेश नहीं करने दिया गया।
किसान अपनी कुछ मांगों को लेकर दिल्ली आना चाहते थे।ऐसे में आप बताएं किसान बीजेपी को क्यों वोट देगा। लोकसभा चुनाव में किसान अपनी नाराजगी भी जता चुका है। अब पहलवान बेटियों की बात कर लो। मेरे 45 साल से ज्यादा के राजनीतिक जीवन में मुझे याद नहीं पड़ता कि देश की राजधानी की सड़कों पर महिला पहलवानों के साथ इस तरह का दुर्व्यहार हुआ हो। महिलाएं इस अपमान को नहीं भूली हैं।
सेना में भर्ती होने वाला युवा अग्नीवीर योजना से नाराज है।आम आदमी बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार और चौपट हो चुकी कानून व्यवस्था से जनता नाराज है। जनता ने कांग्रेस का शासन देखा है इसलिए जनता ने कांग्रेस को जिताने का पहले से ही मन बना चुकी है। अब कितने दल चुनाव लड़ें कुछ नहीं होने वाला।
सवाल – लेकिन कांग्रेस तो चुनाव लड़ने के बजाए आपस में लड़ रही है। शैलजा ने प्रचार से दूरी बनाई हुई है। रणदीप सुरजेवाला अपने बेटे के प्रचार तक सीमित हैं। बीजेपी आप के नाराज नेताओं को आफर दे रही है
गहलोत – देखिए कांग्रेस में कोई लड़ाई नहीं है।ये मीडिया और बीजेपी की बनाई थ्योरी है। पार्टी सामुहिक मिल कर चुनाव लड़ रही है। शैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला जैसे कई बड़े नेता जल्दी ही आप को चुनाव प्रचार करते दिखाई देंगे। बीजेपी की स्थिति खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे वाली बनी हुई है। पता है जीत नहीं रहे है तो कांग्रेस को लेकर ही भ्रम फैलाओ। शैलजा कांग्रेस की वरिष्ठ और कद्दावर नेता हैं।
शैलजा खुद बीजेपी को करारा जवाब दे चुकी हैं कि वह कांग्रेसी हैं और कांग्रेसी ही रहेंगी। कहीं नहीं जाने वाली हैं। मै तो बीजेपी वालों से कहूंगा कि अब दिन लद चुके हैं। तोड़फोड़ की राजनीति हरियाणा में नहीं चलने वाली है। वोटिंग के दिन जनता जवाब देगी। खास तौर पर पूर्व सीएम खट्टर साहब से कहना चाऊंगा कि वह हमारी नेता शैलजा से ज्यादा अपने बारे में विचार करें कि 8 अक्तूबर के बाद उनकी पार्टी का क्या होगा।
सवाल – लेकिन टिकट वितरण में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के ज्यादा समर्थकों को टिकट देने की बात सामने आई। ये भी कहा जा रहा है कि वह ही मुख्यमंत्री बनेंगे। इससे नेताओं में नाराजगी हुई। आप क्या कहते है
गहलोत- मै कह चुका हूं कि मीडिया और बीजेपी अपनी मर्जी से बातें चलाती हैं। फिर उस पर चर्चा होती है। मै आप को बताता हूं कि कांग्रेस में टिकट कैसे दिए जाते हैं। प्रदेश से नाम आते हैं। बकायदा जीतने वालों का सर्वे कराया जाता। फिर छानबीन समिति उन पर विचार करती है।
एक सीट पर कई बार दो दो मजबूत दावेदार आ जाते हैं। फिर केंद्रीय चुनाव समिति विचार करती है। उसमें जीतने वाले को मौका दिया जाता है। एक आदमी की टिकट देने में चल ही नहीं सकती। जो जीतने वाले थे उन्हें टिकट दिया जाता है। हमारी पार्टी या किसी नेता ने कभी ये नहीं कहा कि फलां के समर्थकों को ज्यादा टिकट दे दिए गए।
सब आप लोग चलाते हो। रहा सवाल मुख्यमंत्री का तो हमारी पार्टी में जीते हुए विधायक और केंद्रीय नेतृत्व तय करता है कौन मुख्यमंत्री होगा। केंद्रीय नेतृत्व में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी आदि मिल कर फैसला करते हैं।
जहां तक भूपेंद्र सिंह हुड्डा का सवाल है तो विधानसभा में वह प्रतिपक्ष के नेता हैं। चुनाव के समय प्रदेश अध्यक्ष उदय भान और प्रतिपक्ष के नेता की भूमिका अहम हो जाती है।
सवाल – हरियाणा में इस बार इंडिया गठबंधन के घटक दल आम आदमी पार्टी से लेकर तमाम छोटे बड़े दल चुनाव लड़ रहे हैं। इसके साथ आप की पार्टी के कई बागी भी खड़े हो गए हैं। इससे कांग्रेस को नुकसान नहीं होगा
गहलोत- मैने आप से शुरू कहा था कि हरियाणा की 36 कौम कांग्रेस को वोट देने का मन पहले ही बना चुकी हैं। हरियाणा की जनता जानती है कि जितने भी क्षेत्रीय दल चुनाव लड़ रहे हैं ये केवल और केवल कांग्रेस का नुकसान करेंगे। मतलब वोट काटने का काम करेंगे। इसलिए आप निश्चिंत रहें कि वोट कटेगा नहीं। सीधे कांग्रेस को मिलेगा। आम आदमी पार्टी का हरियाणा में कोई जनाधार नहीं है। आम आदमी पार्टी अगर नुकसान करेगी तो बीजेपी का करेगी।
जहा तक बागियों का सवाल है अधिकाशं बैठ गए हैं। बाकी को मना लिया जायेगा। बीजेपी में हमसे ज्यादा बागी हैं। कांग्रेस से ज्यादा मुख्यमंत्री के दावेदार बीजेपी में हैं। सैनी तो हैं ही। राव इंद्रजीत, पूर्व मंत्री विज चुनाव खत्म होने तक न जाने कितने तैयार होते हैं।
सवाल- हरियाणा में चुनाव जोर पकड़ने लगा है, लेकिन राहुल, प्रियंका और कई बड़े नेता प्रचार से दूर हैं।
गहलोत- इंतजार करिए। अभी हमारा ज्यादा फोकस जम्मू कश्मीर पर है। वहां पर 25 को दूसरे चरण की वोटिंग हो जायेगी। फिर आप देखेंगे कि हमारे शीर्ष नेतृत्व से लेकर तमाम बड़े नेता प्रचार में उतरेंगे। बीजेपी अभी से घबरा गई।
सवाल – आप किन मुद्दों को लेकर चुनाव में गए है
गहलोत – सबसे बड़ा मुद्दा तो सुशासन का है। किसानों, पहलवानों, महिला सुरक्षा, युवाओं को रोजगार जैसे मुद्दे तो हैं ही। सात गारंटी दी हुई हैं। पुरानी पेंशन योजना, 25 लाख तक फ्री इलाज, 2 लाख रोजगार, महिलाओं को दो हजार रूपए, 500 का सिलेंडर, 300 यूनिट बिजली फ्री आदि वायदे कांग्रेस सत्ता में आते ही पूरा करेगी|
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