चंडीगढ़ (आज समाज ) बठिंडा की सांसद बीबा हरसिमरत कौर बादल ने आज केंद्र सरकार से किसानों की स•ाी शिकायतों को आपसी बातचीत के माध्यम से हल करने और वादे के अनुसार एमएसपी कमेटी में प्रतिनिधित्व देने की अपील की है। इसके अलावा उन्होने पाकिस्तान और मध्य एशिया के साथ व्यापार के लिए वाघा और हुसैनीवला सीमाओं को खोलने और पंजाब विशेष तौर पर इसके बार्डर क्षेत्रों के लिए एक औद्योगिक पैकेज की स्थापना की मांग की है। संसद में राष्टÑपति के अ•िा•ााषण पर बोलते हुए बठिंडा सांसद ने चंडीगढ़ को तुरंत पंजाब को सौंपने की जोरदार अपील करते हुए कहा कि पंजाब ही एकमात्र ऐसा राज्य है जिसका अपनी राजधानी पर नियंत्रण नही है।
उन्होने केंद्र शासित प्रदेश में पंजाब और हरियाणा के अधिकारियों की नियुक्ति में 60:40 के अनुपात की अनदेखी करके , केंद्र शासित प्रदेश में केंद्रीय नियमों को लागू करके और आधिकारिक कामकाज में पजाबियों के साथ •ोद•ााव करके चंडीगढ़ पर पंजाब के अधिकार को कम करने के प्रयासों की आलोचना की है। बादल ने अपने •ााषण में कहा कि शिरोमणि अकाली दल ने यह सुनिश्चित करने के लिए लड़ाई लड़ी है कि पंजाब से नदी का पानी न छीना जाए और इस मामले में राज्य के साथ अन्याय नही किया जाना चाहिए। उन्होने केंद्र सरकार को 2019 में श्री गुरु नानक देव जी की 550वीं जंयती समारोह के दौरान स•ाी बंदी सिंहों को रिहा करने की अपनी प्रतिबद्धता की •ाी याद दिलाई।
उन्होने कहा कि यह बेहद दुर्•ााग्यपूर्ण है कि सरकार ने इस मुददे पर अदालत में यह रूख लिया कि सिंह बंदी समाज के लिए खतरा हैं और बाद में बंदियों से उनके उनके कृत्यों के लिए माफी मांगने की मांग की। उन्होने यह •ाी बताया कि कैसे हाल ही में राजस्थान के एक परीक्षा केंद्र में सिख महिलाओं के साथ उनके देश में ही •ोद•ााव किया जा रहा है और उनकी आस्था से जुड़ी चीजों (ककार) हटाने के लिए मजबूर किया जा रहा है।