Aaj Samaj (आज समाज),Hariyali Amavasya Festival, पानीपत: आर्य बाल भारती पब्लिक स्कूल परिसर में हरियाली अमावस्या उत्सव मनाया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रबंधक जसबीर ग्वालडा रहे। एमबीडी के एरिया सेल्स मैनेजर सुशील पांचाल व जिला प्रभारी अंकुश शर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य सत्यवान आर्य ने की। इस अवसर पर विद्यालय की पर्यावरण प्रेमी एवं प्रतिभाशाली छात्रा दृष्टि को एमबीडी की ओर से कंप्लीट टेस्ट पेपर बुक सेट देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ गायत्री मंत्र से और समापन शांति पाठ के साथ हुआ। इस इस मौके पर मुख्य अतिथि एवं छात्राओं ने विद्यालय परिसर में पौधारोपण किया। यह जानकारी विद्यालय के प्रधान रणदीप आर्य ने दी।
पेड़ पौधे पर्यावरण संरक्षण को बनाए रखते हैं
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रबंधक जसबीर ग्वालडा ने कहा कि श्रावण मास में प्रकृति श्रृंगार करती है और चारों तरफ हरियाली फैल जाती है जिससे वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा भी बढ़ जाती है। इसी के दृष्टिगत आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा के प्रधान सेठ राधा कृष्ण आर्य द्वारा चलाये गये प्रदेश स्तरीय शुद्धि और पर्यावरण संरक्षण अभियान के तहत विशेष पौधारोपण आरंभ किया गया है। यह कार्यक्रम पूरे श्रावण मास तक चलेगा उन्होंने कहा कि प्रकृति से जहां हमें पोस्टिक भोजन और स्वास्थ्य वर्धक दवाइयां जड़ी बूटियां फल और सब्जियां मिलते हैं वही ये पेड़ पौधे पर्यावरण संरक्षण को भी बनाए रखते हैं, यही नहीं पेड़ पौधे जल संरक्षण का कार्य भी करते हैं और जहां पेड़ पौधों की संख्या अधिक होती है वहीं पर मानसून की वर्षा भी सबसे अधिक होती है।
बच्चों को जल संरक्षण और पौधारोपण के लिए प्रेरित किया जाता है
उन्होंने कहा कि आर्य समाज जहां पर्यावरण एवं जल संरक्षण के लिए तत्पर रहता है, वहीं देश को संस्कारवान उच्च कोटि के नागरिक देने का कार्य भी वैदिक विद्यालयों के माध्यम से करता है। उन्होंने कहा कि आर्य प्रतिनिधि सभा रोहतक की ओर से चलाए गए इस विशेष पौधारोपण अभियान के तहत हरियाणा प्रदेश के सभी आर्य गुरुकुलों सभी आर्य विद्यालयों के माध्यम से इस अभियान को सफल बनाने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं। प्राचार्य सत्यवान आर्य ने कहा कि विद्यालय में प्रतिदिन प्रातः कालीन प्रार्थना सभा में बच्चों को जल संरक्षण और पौधारोपण के लिए प्रेरित किया जाता है।
मनुष्य को अपना जीवन धार्मिक कार्यों और समाज कल्याण में लगाना चाहिए
उन्होंने कहा कि उत्पादन बढ़ाने के चक्कर में लोग पर्यावरण के प्रति लापरवाह हो गए हैं ऐसे समय में आर्य समाज ही एकमात्र ऐसी संस्था है, जो छात्रों को उच्च कोटि की शिक्षा और उच्च कोटि के संस्कार देकर देश को एक शिक्षित व विकसित राष्ट्र बनाने के लिए प्रयास कर रही है उन्होंने कहा कि मनुष्य प्रभु सत्ता की अमूल्य धरोहर है इसलिए मनुष्य को अपना जीवन धार्मिक कार्यों और समाज कल्याण में लगाना चाहिए। समाज से अंधविश्वास अज्ञानता और अशिक्षा को मिटाकर जहर मुक्त खेती और नशा मुक्त समाज की स्थापना करने के सभी प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऋषि दयानंद स्वामी श्रद्धानंद महात्मा हंसराज पंडित लेखराम स्वामी संपूर्णानंद स्वामी ओमानंद और आचार्य बलदेव के बताए मार्ग पर चलते हुए सभी सामाजिक बुराइयों और अंधविश्वासों और समाज को तांत्रिकों के चक्कर से बाहर निकालने के लिए हमेशा तत्पर रहती है।