Hanuman Jayanti-2025, आज समाज डिजिटल डेस्क: इस बार हनुमान जयंती 12 अप्रैल को मनाई जाएगी। चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ आगामी शनिवार (12 अप्रैल) को 03 बजकर 21 मिनट से प्रारंभ होगा और 13 अप्रैल को 05 बजकर 51 मिनट पर इसका समापन होगा। ऐसे में हनुमान जन्मोत्सव 12 अप्रैल को मनाया जाएगा।

धन की समस्या से मिलेगा छुटकारा

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक हनुमान जयंती के अवसर पर कुछ खास उपाय करने से बजरंगबली की भक्तों पर अपार कृपा प्राप्त होती है। यदि आप अरसे से धन की समस्या से जूझ रहे हैं, तो पवन पुत्र हनुमान जन्मोत्सव पर आपको कुछ विशेष उपाय करने चाहिए। यहां हम आपको बता रहे हैं ये कौन-कौन से उपाय हैं। जिनके करने से हुनमान की कृपा होती है।

पान के पत्ते

बजरंगबली जी को उनकी जयंती पर एक पान के पत्ते पर एक लौंग व बूंदी के दो लड्डू रखें। इसे लपेटकर उस पर चांदी का वर्क चढ़ाएं और इसके बाद भगवान हनुमान को यह चढ़ाएं। इससे कारोबार या नौकरी में तरक्की का रास्ता खुलता है और आर्थिक समृद्धि आती है।

पीपल पत्ते

सुबह नहाने के बाद पीपल के 11 साफ-सुथरे पत्ते चुनकर लाएं। हर पत्ते पर चंदन से ‘जय श्रीराम’ लिखें और फिर इन पत्तों की माला बनाएं और हनुमान को चढ़ा दें। मान्यता है कि यह उपाय करने से धन से संबंधि समस्याएं दूर होती हैं और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।

केला

बजरंगबली जी को केला बहुत पसंद है। केला हनुमानजी के भोग में हमेशा शामिल किया जाता है। हनुमान जयंती पर 11 केले लेकर आएं और प्रत्येक केले में एक लौंग लगा दें। इसके बाद इन केलों को बजरंगबली को अर्पित करें और फिर प्रसाद के तौर पर इन्हें बच्चों में बांट दें। इससे जीवन की परेशानियां दूर होती हैं।

हनुमान चालीसा का पाठ

हनुमान जयंती पर बजरंगबली जी के मंदिर जाकर 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। फिर उन्हें गुलाब की माला अर्पित करनी चाहिए। इसके बाद दो लौंग डालकर चमेली के तेल का दीपक जलाएं। ऐसा करने से घर के अनावश्यक खर्चें कम होते हैं।

बूंदी और काले चने का प्रसाद

हनुमानजी को बूंदी और काले चने का प्रसाद भी बहुत पसंद है। हनुमान जी के जन्मोत्सव की पूर्व संध्या पर सवा किलो काले चने भिगकर रखें। अगले दिन इन्हें उबाल लें और सवा किलो बूंदी के साथ मिलाकर इन्हें हनुमानजी को चढ़ाएं। इसके बाद यह प्रसाद मंदिर में भक्तों में वितरित कर दें। इससे बजरंगबली खुश होते हैं और जीवन में होने वाली आर्थिक परेशानियां भी दूर होती हैं।

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