Hamas Hostage Releases: फलस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास ने छोड़े और 17 बंधक

0
204
Hamas Hostage Releases
एक बंधक लड़की को इज़रायल के हवाले करने जाते हमास आतंकी।

Aaj Samaj (आज समाज), Hamas Hostage Releases, तेल अवीव: इजरायल और फलस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास के बीच हुए सीजफायर समझौते के तहत हमास ने 24 बंधकों को छोड़ने के बाद 17 और बंधकों को अपने कब्जे से मुक्त कर दिया है। इनमें 13 इजरायल और 4 थाइलैंड के नागरिक हैं। समझौते के अनुसार दो दिन पहले
हमास ने इजरायल के 13 नागरिकों के अलावा 11 विदेशी बंधकों को छोड़ा था। इसके बदले इजरायल ने फलस्तीन के 39 कैदियों को रिहा किया था।

  • छोड़े गए 13 इजरायल और 4 थाइलैंड के नागरिक

प्रारंभिक मेडिकल जांच की गई

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय के बयान के मुताबिक इजरायली बंदियों में 5 वयस्क महिलाएं और सात बच्चे व किशोर शामिल थे। बंधकों को 50 दिन कैद में बिताने के बाद छोड़ा गया है। हमास से बंधकों को अपने कब्जे में लेने के बाद इनकी प्रारंभिक मेडिकल जांच की गई। इसके बाद उन्हें दक्षिणी इजरायल के एक एयरबेस ले जाकर अतिरिक्त चिकित्सा और मनोवैज्ञानिक जांच के मकसद से तेल अवीव क्षेत्र के अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया है।

इजरायल पर संघर्ष विराम की शर्तों के उल्लंघन का आरोप

बता दें कि इजरायल-हमास जंग के बीच युद्ध विराम के लिए कतर और मिस्र मध्यस्थता कर रहे हैं। कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 13 इजरायली और चार विदेशी नागरिकों को इंटरनेशनल रेड क्रॉस सोसायटी (आईसीआरसी) को सौंप दिया गया है। हमास ने यह भी दावा किया है कि इजरायल ने संघर्ष विराम की शर्तों का उल्लंघन किया है।

सात अक्टूबर को करीब 240 लोग बंधक बना लिए थे

गौरतलब है कि सात अक्टूबर को इजरायल पर ताबड़तोड़ हमलों के दौरान हमास के आतंकियों ने इजरायल के कई लोगों को घरों में घुसकर मार दिया था और करीब 240 लोगों को उन्होंने बंधक बना लिया था। इसके बाद से इजरायल लगातार पर हमास के खात्मे के लिए गाजा पट्टी में उस पर हमले कर रहा है। हमलों में गाजा में अब तक 14000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

अलग-अलग दावे

हमास की हथियारबंद शाखा कसम ब्रिगेड ने पहले कहा था कि इजरायल फलस्तीनी कैदियों की रिहाई की शर्तों का सम्मान करने में विफल रहा है। कैदियों के लिए फलस्तीनी आयुक्त कादुरा फारेस ने कहा कि इजरायल ने वरिष्ठता के आधार पर बंदियों को रिहा नहीं किया है, जैसी कि उम्मीद थी। जबकि इजरायली सैन्य प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा कि सरकार हमास के साथ संघर्ष विराम समझौते का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन इसमें कई पक्ष और कारक शामिल हैं।

यह भी पढ़ें:

Connect With Us: Twitter Facebook