- हकेवि को मिली 5जी यूज केस लैब
Aaj Samaj (आज समाज),Hakevi Gets 5G Use Case Lab, नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ को संचार मंत्रालय की ओर से 5जी यूज केस लैब मिली है। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में आयोजित इंडियन मोबाइल कांग्रेस 2023 के दौरान ऑनलाइन माध्यम से हकेवि सहित देश के 100 शिक्षण संस्थानों में इन लैब का शुभारंभ किया।
विश्वविद्यालय द्वारा इस आयोजन में ऑनलाइन माध्यम से प्रतिभागिता की गई, जिसमें कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार, शोध अधिष्ठाता प्रो. नीलम सांगवान सहित एक हजार से अधिक विद्यार्थी, शिक्षक, शोधार्थी सम्मिलित हुए। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने इस शुरुआत को भारत की सामाजिक, आर्थिक विकास हेतु शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, ऊर्जा व परिवहन आदि के क्षेत्र में सूचना-तकनीक के विकास व नवाचार को प्रोत्साहन देने की दिशा में महत्त्वपूर्ण बताया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर इन लैब्स के माध्यम से 5जी व 6जी तकनीक के विकास में युवाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
5जी यूज केस लैब पाने वाले देश के 100 शिक्षण संस्थानों में हकेवि भी शामिल
विश्वविद्यालय में इस लैब की शुरुआत के विषय में कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि यह बेहद हर्ष की बात है हकेवि देश के उन 100 प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में सम्मिलित है, जिनमें यह लैब स्थापित की गई हैं। उन्होंने कहा कि इनका मूल उद्देश्य 5जी टेक्नोलॉजी के विकास और उससे संबंधित विभिन्न एप्लिेशनों के स्तर पर भारतीय व वैश्विक आवश्यकताओं के अनुरूप नए शोध को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि न सिर्फ 5जी तकनीक के विकास बल्कि यह प्रयास शैक्षणिक व स्टार्टअप के स्तर पर 6जी हितैषी वातावरण निर्मित करने में भी मददगार होगा। इस प्रयास के माध्यम से अवश्य भारत आधारित तकनीकी विकास को बल मिलेगा जो कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से भी उपयोगी होगा।
विश्वविद्यालय में इन लैब की शुरुआत दिल्ली में इंडियन मोबाइल कांग्रेस 2023 के अंतर्गत की गई। इस वर्ष इस आयोजन का विषय ग्लोबल डिजिटल इनोवेशन निर्धारित है। जिसके माध्यम से भारत में तकनीकी विकास के मोर्चे पर बदलावों हेतु 5जी, 6जी व आर्टिफिशिल इंटेलिजेंसी जैसे विषयों पर विमर्श किया जाएगा। शिक्षण संस्थानों में इन लैब्स के माध्यम से युवा टेलेंट, एमएसएमई, शिक्षकों के समूह को संयुक्त रूप से एक मंच पर आकर तकनीकी विकास व नई तकनीक विकसित करने के अवसर मिलेंगे।
विश्वविद्यालय में अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी पीठ के अंतर्गत आने वाले कम्प्यूटर इंजीनियरिंग एवं तकनीकी विभाग के प्रो. राकेश कुमार व डॉ. विनय कुमार रे ने इस शुरुआत के लिए विश्वविद्यालय कुलपति के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि अवश्य ही इस लैब के माध्यम से विद्यार्थी, शिक्षक व शोधार्थी मिलकर समाज व उद्योग आधारित शोध की ओर अग्रसर होंगे।