53 लाख रुपए खर्च करके गया था अमेरिका, आसौदा थाना में एजेंट के खिलाफ दर्ज कराया केस
Jhajjar News (आज समाज) झज्जर: हरियाणा के झज्जर निवासी एक युवक को अमेरिका जाना काफी महंगा पड़ गया। युवक गुरुग्राम के डीएलएफ में फायर ऑफिसर के पद पर तैनात था। लेकिन विदेश जाने की चाह में उसने नौकरी छोड़ दी। फिर एक एजेंट की बातों में आकर डंकी तरीके से अमेरिका पहुंच गया।
अमेरिका जाने के लिए युवक ने 53 लाख रुपए खर्च किए। अब युवक को अमेरिका से डिपोर्ट किया गया है। युवक गत देर रात अपने गांव रोहद पहुंचा। अब उसने आसौदा थाना में रोहतक के बसाना गांव निवासी रवि उर्फ मोंटी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
अमेरिका में सेटल कराने तक का किया सौदा
झज्जर जिले के गांव रोहद निवासी दीपक रुहिल ने बताया कि वह 15 अक्तूबर 2024 को रवि उर्फ मोंटी से मिला और उससे कहा कि उसे अमेरिका जाना है तो रवि उर्फ मोंटी ने कहा कि हमारा यही काम है। मैंने उससे पूछा कि कितने पैसे लगेंगे तो उसने मुझे कहा कि 53 लाख रुपये लगेंगे जिसमें आपका पूरा ठेका होगा।
अमेरिका में सेटल कराने तक का। इस पर मैंने अपने डाक्यूमेन्ट रवि उर्फ मोन्टी को दे दिए और उसने मुझसे कहा, तुम्हारा वीजा आ जाएगा और आप फ्लाइट में बैठकर स्पेन पहुंच जाओगे। उसके बाद आधी पेमेंट स्पेन पहुंच कर और आधी पेमेंट तीजवाना पहुंच कर देनी होगी।
माल्टा का वीजा आने पर दिए 20 लाख
दीपक के अनुसार, रवि उर्फ मोंटी का फोन आया कि तेरा माल्टा का वीजा लग गया है और तुझे 20 लाख रुपये देने पड़ेंगे। जब उसने रवि से कहा कि आप पेमेंट स्पेन पहुंच कर लेंगे तो उसने कहा कि ये पेड वीजा है। इसकी पेमेंट का हवाला कटाना है तभी तेरा पासपोर्ट मिलेगा तो मैंने 20 लाख रुपये अपनी मां सावित्री देवी के अकाउंट से निकलवाकर दे दिए।
यह पैसे एक प्लाट बेचने के बाद आए थे। चार दिसंबर 2024 को कैश दिए। दीपक ने बताया कि रवि को उन्होंने यह पैसे अपने गांव में माण्डोठी रोड पर स्थित दोस्त की दुकान पर दिए। जिसकी वीडियो रिकार्डिंग भी उपलब्ध है।
19 दिसंबर को पहुंचा दुबई
19 दिसंबर 2024 को रवि ने मेरा पासपोर्ट अपने किसी गांव के युवक के हाथों भिजवाया और बताया कि शाम 4:30 बजे दिल्ली से दुबई की फ्लाइट है और उसने एक अभी नाम के व्यक्ति का नंबर मेरे को पहले भेज रखा था। 19 दिसंबर की शाम 4:30 बजे दीपक दिल्ली एयरपोर्ट से दुबई के लिए फ्लाइट में बैठ गया और शाम को 8 बजे दुबई पहुंच गया। वहां पर अभी नाम के व्यक्ति ने इस्ताबुंल की टिकट भेज दी और कहा, यहीं एयरपोर्ट पे स्टे करो।
पहले इस्तांबुल फिर स्पेन के रास्ते पहुंचा साल्वाडोर
अगले दिन सुबह तीन बजे इस्तांबुल की फ्लाइट पकड़ी। इस्तांबुल पहुंचने पर रवि और उसके एजेंट ने मेड्रिड स्पेन की टिकट भेज दी। कुछ घंटे एयरपोर्ट पर रुकने के बाद मेड्रिड स्पेन की फ्लाइट में बैठ गया और इसी दिन शाम को रवि के बताये हुए होटल में पहुंच गया। वहां 24 दिसंबर तक रुका। फिर एल साल्वाडोर की टिकट मिली। 25 दिसंबर को मेड्रिड से एल साल्वाडोर की फ्लाइट पकड़ी। शाम को एल साल्वाडोर पहुंच गया।
मैक्सिको से डोंकर ने अमेरिका में दिलाई एंट्री
दीपक ने बताया कि वहां पर उन्होंने इमिग्रेशन को 800 यूएस डॉलर दिए और एयरपोर्ट से बाहर आ गया। इसके बाद रवि को फोन किया तो उसके एजेंट ने होटल नोवा की बुकिंग भेज दी। 26 दिसंबर को काल आई। कॉलर ने कहा कि मैं रवि का डोंकर बोल रहा हूं, होटल के बाहर कार में आकर बैठ जाओ।
उसने फोटो दिखाया और मैं रवि के कहने पर गाड़ी में बैठ गया। फिर वह डोंकर मुझे एक सुनसान जगह पर गोक्षमाला ले गया। उसके बाद 29 दिसंबर को मैक्सिको गया और एक महीने बाद 29 जनवरी 2025 को यूएसए में एंट्री करा दी।
अमेरिका में एंट्री करते ही पुलिस ने पकड़ कर कैंप में दिया डाल
उसके बाद वहां की पुलिस ने पकड़ कर कैंप में डाल दिया। 14 फरवरी को उसे यूएसए के एयरपोर्ट पर हवाई जहाज में बैठाकर अमृतसर भेज दिया गया। दीपक का कहना है कि यहां पहुंचते ही उन्होंने रवि को फोन किया तो उसने कहा कि मैं तुझे नहीं जानता और फोन काट दिया।
ये भी पढ़ें : आज से डाउनलोड होंगे हरियाणा बोर्ड के 10वीं-12वीं ओपन के एडमिट कार्ड