डॉ. श्रीकृष्ण शर्मा
भारत में जिमनास्टिक्स लोकप्रियता की ओर बढ़ रही है। टोक्यो ओलंपिक खेलों में प्रणति नायक के भाग लेने से खिलाड़ियों में जबरदस्त उत्साह है। पुरुष जिमनास्टिक लयबद्ध स्पर्धा में दीपक काबरा का एक जज की भूमिका में दिखाई पड़ना भी गौरव की बात है। इससे भविष्य में भारतीय जिमनास्टिक्स में उछाल देखने को मिलेगी। अत्यधिक फिटनेस और लचीलापन की जरूरत वाले इस खेल को लोकप्रियता दिलाने में प्रणति नायक उस कार्य को आगे तक ले जाएंगी जो दीपा कर्माकर ने रियो डी जनेरियो ओलंपिक खेलों में शुरू किया था। दीपा के रियो ओलंपिक में भाग लेने के बाद से भारतीय जिमनास्टिक्स में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है।
भारतीय जिमनास्टिक्स महासंघ के महासचिव शांतिकुमार सिंह ने प्रणति नायक के ओलंपिक जाने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह भारतीय जिमनास्टिक्स महासंघ और नेशन के लिए गर्व की बात है कि इस बार भी भारतीय जिमनास्ट ने ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई किया है। महासचिव ने उम्मीद जताई कि प्रणति नायक भारतीय खेल प्राधिकरण के ट्रैनिंग सेंटर कोतकाता में जिस तरह से मेहनत कर रही है वह ओलंपिक खेलों में भी अच्छा प्रदर्शन करेगी।
छब्बीस वर्षीय प्रणति एक उभरती भारतीय जिमनास्ट हैं। जैसे कोरोना महामारी ने खेल योजनाओं को प्रभावित किया है उसका असर प्रणति के प्रशिक्षण पर भी पड़ना स्वाभिक ही था। उनका प्रयास होगा कि इन सब के बावजूद वह बेहतर प्रदर्शन करें। पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले के पिंगला की रहने वाली प्रणति नायक की महाद्वीपीय रैंकिंग सर्वश्रेष्ठ होने के कारण टोक्यो ओलंपिक खेलों की पात्रता हांसिल की है। महाराष्ट्र के रहने वाले तैतीस वर्षीय दीपक काबरा ओलंपिक खेलों में जिमनास्टिक स्पर्धा में जज की भूमिका निभाने वाले पहले भारतीय हैं। इससे पहले वह राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों,युवा ओलंपिक खेलों,विश्व कप जैसे अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में जज की भूमिका निभा चुके हैं।