आज समाज डिजिटल, गुरुग्राम:
मानसून की बारिश गुरुग्राम में तीन मंजिला एक भवन गिर गया। इससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग दब गए। इस आपदा में बचाव कार्य में एनडीआरएफ की टीम जुट गई है। यह हादसा गुरुग्राम के फर्रूखनगर के ख्वासपुर गांव में हुआ। यहां रविवार शाम कारगो डीलक्स कंपनी में श्रमिकों के रहने के लिए बनी तीन मंजिला इमारत गिर गई। अभी तक इमारत के मलबे से बचाव टीम ने एक शव बरामद किया है। जबकि एक व्यक्ति को सुरक्षित निकालने का समाचार है। मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है।
जिला मुख्यालय से एनडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंच गई। एससीपी पटौदी वीर सिंह सहित आसपास के सभी थाना प्रभारी व करीब 200 पुलिस जवान, छह फायर ब्रिगेड की गाडियां, पांच जेसीबी, करीब एक दर्जन से अधिक एबुलेंस मौके पर पहुंची। जिस व्यक्ति को बचाया गया है, उसके पैर में चोट लगी है। घटना में घायल का नाम प्रदीप बताया जा रहा है। प्राथमिक उपचार के लिए उसे फर्रूखनगर नागरिक अस्पताल भेजा गया। घटना की जानकारी के बाद क्षेत्र के विधायक सत्यप्रकाश जरावता के साथ सीएमओ विरेंद्र यादव और प्रशासन के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।
एससीपी पटौदी वीर सिंह ने कहा कि मौके पर राहत कार्य जारी है। पहली सूचना आठ लोगों के दबने की है। अभी तक एक शव मिला है। जबकि दूसरे घायल प्रदीप को अस्पताल भेज दिया गया है। सोमवार सुबह से हो रही बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दी है, वहीं सड़कों के जलमग्न होने से मुसीबत भी बढ़ा दी है. इसके अलावा गुरुग्राम जलमग्न हो गया। शहर भर के ज्यादातर इलाकों में वॉटर लॉगिंग की समस्या से जिंदगी अस्तव्यस्त हो गई। सेक्टर 31, सेक्टर 40, सेक्टर 10, सेक्टर 37, ओल्ड दिल्ली रोड जैसे दर्जनों इलाके जलमग्न हो गए हैं। जिले में सुबह 3 बजे से ही बारिश रही है।
बहादुरगढ़ में भी लोग परेशान
मानसून की पहली तेज बारिश से बहादुरगढ़ में भी लोग परेशान हैं। वेस्ट जुआ ड्रेन खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जल निकासी के लिए करीब 70 करोड़ रुपये से बन रही ड्रेन लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। ड्रेन का पानी वापस गलियों में भर रहा है। यह ड्रेन झरने की तरह बह रही है। स्थानीय लोग अपने स्तर पर लाठी और डंडों की सहायता से ड्रेन की नालियों को साफ कर पानी निकाल रहे है। लोगों का आरोप है कि निर्माण के समय भी ठेकेदार को काम सही करने के लिए बोला था, लेकिन ठेकेदार ने सही से काम नहीं किया।
मानसून अब उत्तर भारत में छा गया है। रविवार से ही दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल, उत्तराखंड में बारिश हो रही है। मुंबई और आसपास के इलाकों में भी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने उत्तर भारत में 21 जुलाई तक और पश्चिमी तटवर्ती क्षेत्रों में 23 जुलाई तक भारी बारिश का अनुमान जताया है।
उत्तर भारत में होगी भारी बारिश
आईएमडी के अनुसार जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड इससे सटे उत्तर-पश्चिम भारत यानी पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में 21 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूवार्नुमान है। दिल्ली और चंडीगढ़ में भी 19 जुलाई को छिटपुट स्थानों पर मध्यम से भारी वर्षा की संभावना है.
मुंबई में 31 लोगों की मौत
भारी बारिश के कारण हुए हादसों में रविवार को मुंबई में 31 लोगों की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि रविवार को मूसलाधार बारिश के कारण कई स्थानों पर पानी भर गया था, जिस कारण लोकल ट्रेन तथा बस सेवाएं प्रभावित हुई थीं।
राजस्थान में भी भारी बारिश
दक्षिण-पश्चिम मानसून के एक बार फिर जोर पकड़ने से राजस्थान में जोरदार बारिश हो रही है और बीते चौबीस घंटे में कई जगहों पर बेहद भारी बारिश दर्ज की गई। इस दौरान बहरोड़ में सर्वाधिक 198 मिमी बारिश हुई। सोमवार को बताया कि बीते चौबीस घंटे में राज्य के अलवर, झुंझुनू, कोटा, करौली एवं भरतपुर जिलों में भारी से अति भारी वर्षा दर्ज की गई।
गुजरात में अलर्ट
मौसम विभाग की ओर से मंगलवार सुबह तक गुजरात के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई। विभाग के कहा था कि दक्षिण गुजरात और आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से 2.1 किलोमीटर ऊपर चक्रवाती दबाव का क्षेत्र बन रहा है। विभाग ने 21 जुलाई तक मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है।