- दुकान का मालिक व उसका बेटा बुरी तरह से झुलसा
(Gurugram News) गुरुग्राम। यहां ओल्ड रेलवे रोड पर करीब दो बजे लगी भीषण आग से सारा सामान जलकर राख हो गया। आग लगने की सूचना पाकर दुकान संचालक पिता-पुत्र मौके पर पहुंचे। दुकान की ऊपरी मंजिल पर करीब 10 कारीगर सो रहे थे। दोनों पिता-पुत्र उन्हें जगाने के लिए जब ऊपर जाने लगे तो आग की चपेट में आ गए। दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि दुकान संचालक के पुत्र की हालत काफी गंभीर है।
फायर ब्रिगेड कर्मचारियों ने आग बुझाने के प्रयास शुरू किए
यहां ओल्ड रेलवे रोड पर रेवड़ी-गज्जक की काफी बड़ी दुकान थी। रोजाना की तरह शनिवार की रात को भी दुकान संचालक राजू व उसका बेटा दुकान बंद करके गए थे। रात को करीब दो बजे उनकी दुकान में आग लग गई। आग लगने की सूचना पाकर दोनों पिता-पुत्र मौके पर पहुंचे। तब तक आग की सूचना पाकर फायर ब्र्रिगेड की गाडिय़ां भी पहुंच चुकी थी। साथ ही पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम भी मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड कर्मचारियों ने आग बुझाने के प्रयास शुरू किए। आग फैलती ही जा रही थी। दुकान की ऊपरी मंजिल पर करीब 10 कारीगर सो रहे थे और दरवाजा बंद थे। उन्हें उठाने के लिए दुकान संचालक राजू व उसका बेटा ऊपर जाने लगे।
इसी दौरान वे आग की चपेट में आ गए। इससे पहले कि वे अपने बचाव कर पाते, दोनों आग में बुरी तरह से झुलस गए। आनन-फानन में दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से दोनों की गंभीर हालत को देखते हुए दिल्ली रेफर कर दिया गया। राजू का बेटा काफी ज्यादा झुलस गया। आग का पता लगते ही ऊपर सो रहे कारीगर पड़ोस में छत पर कूदे और अपनी जान बचाई।
दूसरी तरफ फायर ब्रिगेड के कर्मचारी भीषण आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शी पूर्व पार्षद दलीप साहनी ने बताया कि वे एक जागरण से देर रात घर लौटे थे। इस दौरान उन्होंने देखा कि उनके घर के सामने सोनू रेवड़ी-गज्जक की दुकान में आग लगी हुई है। उन्होंने इसकी सूचना उन्हें दी। आसपास के दुकानदारों को भी बुला लिया गया, ताकि आग फैलने से पहले वे अपने सामान का बचाव कर सकें। गनीमत रही कि आग दूसरी दुकानों में नहीं फैली। करीब 10 फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।