- चुनावी सभाओं में नवीन गोयल कर रहे हैं अपनी जीत का ठोस दावा
- रोज कोई ना कोई समाज नवीन गोयल को समर्थन देने को आगे आ रहा
(Gurugram News) गुरुग्राम। इसमें कोई दोराय नहीं है कि निर्दलीय प्रत्याशी होकर भी नवीन गोयल बड़ी पार्टियों के प्रत्याशियों पर भारी पड़ रहे हैं। हर रोज उन्हें किसी न किसी बिरादरी का मिल रहा समर्थन उनकी राजनीतिक जमीन को और अधिक मजबूत बना रहा है। राजनीति के जानकार कहते हैं कि नवीन गोयल की मजबूती का कारण उनकी चुनावी रणनीति है। भले ही उन्होंने अब से पहले कोई चुनाव ना लड़ा हो, लेकिन उनका चुनाव प्रबंधन सब प्रत्याशियों को मात दे रहा है। गुडगांव में निर्दलीय प्रत्याशियों का भी भविष्य बेहतर रहा है। उसी इतिहास को नवीन गोयल दोहराना चाहते हैं।
नवीन गोयल ने 36 बिरादरी के कहने पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव में ताल ठोंकी है
चाहे तकनीकी रूप से चुनाव प्रचार की बात करें या फिर उनके समर्थकों द्वारा शहर में डोर टू डोर प्रचार की बात करें, हर स्तर पर नवीन गोयल का प्रचार गुरुग्राम ही नहीं पूरे हरियाणा में चर्चा का विषय बना हुआ है। पूरे हरियाणा की नजर गुडगांव विधानसभा सीट पर अधिक है। क्योंकि यहां टिकट कटने के बाद नवीन गोयल ने 36 बिरादरी के कहने पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव में ताल ठोंकी है। गुरुग्राम में यह चचार्एं जोर पकड़ चुकी हैं कि नवीन गोयल जीत की ओर से अग्रसर हैं। उनकी जीत होनी तय है। शहर में फैले उनके समर्थकों, कार्यकतार्ओं, सहयोगियों, साथियों ने घर-घर में नवीन गोयल को किसी न किसी माध्यम से पहुंचा दिया है।
नवीन गोयल इस बात का दावा करते हैं कि किसी घर में 5 वोट हैं और वे दूसरे दल के लिए कट्टर हैं, तो भी उनमें से हमें दो वोट जरूर मिलेंगे। कहीं ना कहीं उनकी यह गणना सटीक भी है। हमने कुछ परिवारों से ऐसी राय भी जानी तो यह बात निकलकर सामने आई कि वे लोग वोट किसी एक पार्टी या प्रत्याशी को नहीं बल्कि बांटकर देंगे। निर्दलीय प्रत्याशी नवीन गोयल को जरूर वोट देंगे। यानी यह राय किसी की नहीं थी कि दो पार्टियों को आधे-आधे वोट देंगे। लोगों के जहन में किसी न किसी रूप में नवीन गोयल का नाम है। निर्दलीय प्रत्याशी होते हुए भी नवीन गोयल को समर्थन देने वालों की सूची में रोज नए नाम जुड़ रहे हैं। लोग खुद आगे बढकर उनका चुनाव प्रचार सब संभाले हुए हैं।
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