(Gurugram News) गुरुग्राम। पर्वतारोही नरेंद्र सिंह ने उत्तरी अमेरिका के अलास्का में सबसे ऊंची चोटी देनाली को फतह करके दो विश्व रिकॉर्ड बनाए हैं। नरेंद्र यादव ने ।6190 मीटर ऊंची चोटी पर भारत की तरफ से प्रतिनिधित्व किया। नरेंर्द्र का अगला लक्ष्य दिसम्बर में अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी विंसन पर तिरंगा फहराना है।
नरेंद्र ने दो नए विश्व रिकॉर्ड बनाए
नरेंद्र यादव इस पर्वत को चढऩे वाला विश्व का पहला युवा पुरुष होने के साथ-साथ सबसे तेज आरोहण (44 घंटे और 42 मिनट) करने वाला पर्वतारोही बन गया है। उसने अवरोहण (27 घंटे और 45 मिनट) कुल अवधि 73 घंटे और 10 मिनट में पूरा किया। इस तरह से नरेंद्र ने दो नए विश्व रिकॉर्ड बनाए। इससे पहले देनाली पर फतह कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाला युवा 31 साल 1 महीने 25 दिन का था।
नरेन्द्र यादव ने 29 साल 6 महीने 8 दिन में इस रिकॉर्ड को तोडकर अपने नाम कर विश्व के पहले युवा पुरुष पर्वतारोही बन गये है इस अभियान में पूरे विश्व से पर्वतारोही शामिल हुए थे। अभियान को आईपीएल बायोलॉजिकल व अशोक सिंहल फाउंडेशन (एम2के ग्रुप) ने स्पॉन्सर किया था।
15 जून को तालकीतना से चार्टर उड़ान से बेस कैम्प पहुंच कर पैदल कैम्प 1 पहुंचा। 16 जून को कैम्प 2, 17 जून को कैम्प 3, 18 जून को कैम्प 3 से कैम्प 4 में मौसम अभ्यास के लिये के लिए जाकर वापिस कैम्प 3 आए। इसके बाद 19 जून को कैम्प 4 पहुंचे। 20 जून को विश्राम दिन व 21 जून को मौसम अभ्यास के लिये कैम्प 5 जाकर वापिस कैम्प 4 आए व 22 जून को कैम्प 5 पहुंचा व 23 जून को रात 10:29 पर तिरंगा लहराकर भारत का नाम विश्व पटल पर अंकित किया।
एम2के गु्रप के सीएमडी महेश भागचंदका व उनकी धर्म पत्नी सुनीता भागचंदका ने इस उपलब्धि नरेंद्र को उनके उज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। नरेन्द्र यादव नें बताया िदेनाली को घातक पर्वत भी कहा जाता है। यह पर्वत तकनीकी तौर पर बहुत ही दुर्गम है। अत्यधिक ठंड और तेज हवा से यह पर्वत चढ़ाई ओर खतरनाक बना देता है। झोखिमो से भरा होने के कारण बहुत कम पर्वतारोही इस पर्वत को चढऩे में कामयाब हुए है।
सपना दुनिया के सभी सात महाद्वीपो पर फतह कर वर्ल्ड रिकार्ड बुक में नाम दर्ज कराने का
आर्मी जवान कृष्णचंद के पुत्र का सपना दुनिया के सभी सात महाद्वीपो पर फतह कर वर्ल्ड रिकार्ड बुक में नाम दर्ज कराने का है। छाप छोडऩे का है। नरेन्द्र ने पांच महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों को फतह कर अनेक विश्व रिकार्ड बनाए है। 2012 में पर्वतारोहण के बेसिक, 2013 में एडवांस, 2015 में एमओआई, 2022 में सर्च एंड रेस्क्यू के साथ सभी कोर्स पास किए हैं।
जिसमें माउंट एवरेस्ट को 2016 व 2022 में 6 दिन में बिना अनुकूलन के फतह किया। किलिमंजारो को तीन बार, एलब्रुस को ट्रैवल्स में दो बार, कोजास्को व आॅस्ट्रेलिया की 10 सबसे ऊंची चोटियों को दो बार फतह किया है। इसके साथ-साथ दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी एकंकागुआ को फतेह किया है।
अपनी स्कूली पढ़ाई के दौरान 12 साल की उम्र में ही नरेन्द्र ने जम्मू कश्मीर की पहाडिय़ों पर चढकर अपने पर्वतारोहण की प्रारंभिक शुरूआत कर दी थी। वर्ष 2008 से इन्होंने नियमिततौर से पर्वतारोहण का अभ्यास शुरू कर दिया था।
उसके बाद महज 19 वर्ष की आयु में 6512 मीटर ऊंची भागीरथी-टू व 5612 मीटर ऊंची डीकेडी-टू के साथ कालिंदी पास व वासुकी ताल पास, लेह, गढ़वाल चोटी को फतेह करके सबसे कम उम्र का पर्वतारोही साबित हुआ था। इसके साथ साथ विश्व की सभी वर्ल्ड रिकॉर्ड संस्थाओ नरेंद्र को वर्ल्ड किंग का सम्मान दिया है।
यह भी पढ़ें : Jind News : पेयजल समस्या को लेकर डाहौला के ग्रामीण मिले एक्सईएन से