
- गुरुग्राम में अखिल भारतीय शल्य चिकित्सक संघ के सम्मेलन में कही यह बात
(Gurugram News) गुरुग्राम। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को गुरुग्राम में अखिल भारतीय शल्य-चिकित्सक संघ के 12वें वार्षिक सम्मेलन में कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में नवाचार और आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल सभी वर्गों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने में सहायक होगा। यह सम्मेलन न केवल सर्जरी के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने का मंच है, बल्कि हरियाणा की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को और अधिक मजबूत बनाने में भी मार्गदर्शक सिद्ध होगा।
आज के समय में जब हर क्षेत्र में चुनौतियां बढ़ रही हैं
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि डॉक्टरों को अक्सर धरती का भगवान कहा जाता है। यह उपाधि उनके अथक प्रयासों और समर्पण को देखते हुए पूरी तरह सही है। चाहे महामारी हो, कोई आपातकाल हो या रोजमर्रा की बीमारियां-डॉक्टर हर परिस्थिति में डटे रहते हैं। जीवन बचाने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। उन्होंने कहा कि डॉक्टर न केवल शरीर का इलाज करते हैं, बल्कि कई बार अपने शब्दों और व्यवहार से मरीजों को भावनात्मक संबल भी देते हैं। यह उनका अनुभव, सहानुभूति और इंसानियत ही है जो उन्हें खास बनाती है। आज के समय में जब हर क्षेत्र में चुनौतियां बढ़ रही हैं। डॉक्टर अपने नैतिक मूल्यों पर अडिग रहते हुए लोगों की सेवा में लगे हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय चिकित्सा परंपरा धन्वंतरि, चरक और सुश्रुत जैसी विभूतियों की देन है। आज के आधुनिक सर्जन उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में चिकित्सा विज्ञान तेजी से प्रगति कर रहा है।रोबोटिक सर्जरी, लैप्रोस्कोपिक तकनीक, 3-डी प्रिंटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी तकनीकों ने सर्जरी के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार इन अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि इन चिकित्सा सुविधाओं का लाभ सिर्फ शहरी नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले हर नागरिक को भी मिल सके।
आयुष्मान भारत और चरक योजना जैसी खास योजनाओं से लाखों नागरिकों को लाभ मिला है
उन्होंने सर्जरी की लागत को कम करने और सुविधाएं हर वर्ग तक पहुंचाने की प्रतिबद्धता भी दोहराई। उन्होंने कहा कि हरियाणा स्वास्थ्य संकेतकों के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो चुका है। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में गिरावट आई है। हर जिले में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की दिशा में तेज़ी से काम हो रहा है। आयुष्मान भारत और चरक योजना जैसी खास योजनाओं से लाखों नागरिकों को लाभ मिला है।
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में भाग ले रहे सभी सर्जनों, विशेषज्ञों और छात्रों को देश और हरियाणा की अमूल्य निधि बताते हुए उनके योगदान की सराहना की। मुख्यमंत्री ने सभी से आग्रह किया कि हम मिलकर ऐसा हरियाणा बनाएं जहां प्रत्येक व्यक्ति को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं मिलें, बीमारी से भय मुक्त जीवन हो और हर नागरिक स्वस्थ और प्रसन्न रहे। इस दो दिवसीय चिकित्सा सम्मेलन में देशभर से सेंकड़ों प्रसिद्ध सर्जनों, विशेषज्ञों और चिकित्सा छात्रों ने भाग लिया।