• हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन ने वन स्टॉप सेंटर का किया दौरा
  • बोलीं, समस्या के निवारण के उपरांत फॉलो अप का भी रखें ध्यान

(Gurugram News) गुरुग्राम। हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया ने सोमवार को सिविल लाइन्स स्थित प्रताडि़त महिलाओं को तुरंत आश्रय देने के लिए स्थापित वन स्टॉप सेंटर में दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने वहां ऑनलाइन शिकायत प्रणाली, शिकायत रजिस्टर को चेक कर स्वयं कई शिकायतकर्ता से फोन पर बात कर, उनसे सेंटर से मिले सहयोग व फॉलोअप का फीडबैक लिया। इस दौरान वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक पिंकी मलिक व महिला एवं बाल विकास विभाग से जिला परियोजना अधिकारी मुकेश भी मौजूद रही।

हमारा प्रयास है कि वन स्टॉप सेंटर में जो भी केस आ रहे हैं उन्हें अधिकतम 4 महीने से अधिक लंबित ना रखा जाए

रेणु भाटिया ने वन स्टॉप सेंटर में महिलाओं को उपलब्ध करवाई जा रही सभी सुविधाओं का जायजा लेने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि पूरे देश में जितने भी वन स्टॉप सेंटर हैं, वहां बेटियों का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्हें पूर्णत सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराया जाए। प्रधानमंत्री की सार्थक सोच को फलीभूत करने के लिए वे निरन्तर हरियाणा के सभी वन स्टॉप सेंटर का दौरा कर, वहां दी जा रही सेवाओं व सुविधाओं का जायजा ले रही हैं। हमारा प्रयास है कि वन स्टॉप सेंटर में जो भी केस आ रहे हैं उन्हें अधिकतम 4 महीने से अधिक लंबित ना रखा जाए। रेणु भाटिया ने बताया कि इस संदर्भ में सभी जिलों के डीसी व पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक की जा रही हैं ताकि शिकायतों को निवारण की दिशा में गति दी जा सके।

रेणु भाटिया ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग की ओर से कुछ नए फॉर्म व एडिशन किए गए हैं। जिन्हें हरियाणा के सभी 22 जिलों में लागू करवाने के लिए सभी वन स्टॉप्स सेंटर्स की विजिट की जा रही है। चेयरपर्सन ने बताया कि इस संदर्भ में 9 मई को फरीदाबाद में सभी 22 वन स्टॉप सेंटर्स के इंचार्ज, प्रोटेक्शन ऑफिसर्स व महिला एवं बाल विकास विभाग के वे अधिकारी जिन्हें वन स्टॉप सेंटर के साथ अटैच किया गया है, उनकी बैठक बुलाई गई है। बैठक में वन स्टॉप सेंटर पर आयोग द्वारा बताए गए सभी नए सुझावों व सुविधाओं को लागू करने की दिशा में विचार विमर्श किया जाएगा। उन्होंने सेंटर इंचार्च से कहा कि वे वन स्टॉप सेंटर में उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं का नियमित रूप से निरीक्षण करते रहें। यहां आने वाले महिलाओं को अगर कोई समस्या आती है तो वे उसका तुरंत समाधान करवायें।

निजी अस्पतालों के लिए बनेंगे महिला सुरक्षा के नियम

मेदांता मेडिसिटी अस्पताल में उपचाराधीन एक एयर होस्टेस के यौन उत्पीडऩ मामले में हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया ने कहा कि हरियाणा के प्राइवेट अस्पतालों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए नियम बनाए जाएंगे। अस्पतालों को महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। रेणु भाटिया ने कहा कि हरियाणा के प्राइवेट अस्पतालों में महिला सुरक्षा को लेकर कड़े नियम बनाए जा रहे हैं।

किसी भी अस्पताल में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना अस्पताल का दायित्व होगा। रेणु भाटिया ने कहा कि अगर बड़े अस्पतालों में ही महिला मरीजों के साथ इस तरह की हरकत होगी तो महिलाएं कहां सुरक्षित होंगी। इस मामले में उन्होंने पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा से भी बात की है। साथ ही अस्पताल प्रबंधन से भी जवाब मांगा है। अपने जवाब में अस्पताल प्रबंधन ने यह आश्वस्त किया है कि इस तरह की हरकत दोबारा नहीं होने दी जाएगी।

रेणु भाटिया ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर अस्पतालों के लिए भी कड़े नियम बनाए जा रहे हैं। यह नियम सभी छोटे व बड़े अस्पतालों के लिए समान होंगे। उन्होंने कहा कि महिला आयोग सुरक्षा को लेकर काफी सतर्क है। उन्होंने पिछले दिनों एक अस्पताल में हुए बच्चा चोरी के मामले की जानकारी देते हुए कहा कि महिला आयोग ने इस बच्चा चोरी मामले में संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई करवाई। जिसका नतीजा यह निकला कि बच्चा चोरी गैंग अब जेल में है।