गगन बावा, गुरदासपुर :
ठेका कर्मचारी संघर्ष मोर्चा पंजाब के आमंत्रण पर जलापूर्ति एवं सेनिटेशन कांट्रेक्ट वर्कर यूनियन की जिला शाखा ने जलापूर्ति विभाग के उप मंडल कार्यालय के सामने रोष प्रदर्शन किया। जलापूर्ति कर्मियों ने दो दिन की सामूहिक छुट्टी लेकर 48 घंटे तक विभागीय कार्य का बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन में हिस्सा लिया और पंजाब सरकार की जनविरोधी और ठेका विरोधी नीतियों की आलोचना करते हुए नारेबाजी की। सभा को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि ठेका कर्मियों को नियमित करने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण संघर्ष चल रहा है, लेकिन त्रासदी यह है कि पंजाब सरकार इन ठेका मुलाजिमों की जायज मांगों की अनदेखी कर रही है। लोगों को मूलभूत पेयजल सुविधाएं उपलब्ध कराने वाली ग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं का भी निजीकरण करने का प्रयास किया जा रहा है। ठेके पर काम करने वाले बेरोजगार हो जाएंगे, जिसके खिलाफ पूरे पंजाब से जलापूर्ति कर्मचारी 48 घंटे की सामूहिक छुट्टी लेकर विभागीय गतिविधियों का बहिष्कार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार द्वारा 2022 के चुनावों में चल रहे संघर्ष को शांत करने के लिए एक नया अधिनियम 2021 लाने के लिए बेतुका बयान दिया जा रहा था क्योंकि अधिनियम में आउटसोर्स अनुबंध श्रमिकों को बाहर रखा गया था। उन्होंने कहा कि 10 अगस्त को जलापूर्ति कर्मी अपने परिवार व बच्चों के साथ मोहाली कार्यालय के बाहर राज्य स्तरीय धरना देंगे। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा जलापूर्ति ठेका कर्मियों के नियमितीकरण के प्रस्ताव पर तत्काल अमल किया जाये और ठेका कर्मियों को संबंधित विभाग में विलय कर, कोटेशन सिस्टम को बंद करके, किसी भी ठेका कर्मचारी की छंटनी न करके नियमितीकरण किया जाए।