गुरदासपुर : सैनिक की मासूम बेटी ने सोशल मीडिया पर लगाई कातिलों को फांसी की सजा देने की गुहार

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innocent daughter of the deceased
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गगन बावा, गुरदासपुर :

सैनिक दीपक सिंह की हत्या के मामले में मृतक की मासूम बेटी ने सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट के जरिये पिता के हत्यारों को फांसी की सजा देने की मार्मिक गुहार लगाई है। उसका कहना है कि पुलिस उसके पिता के बैग भी ढूंढकर दे क्योंकि उसमें उसकी पिता के साथ सारी तस्वीरें हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद हर तरफ हलचल का माहौल पैदा हो गया है। वीडिय में मासूम सानवी ठाकुर कहती है कि उन्हें स्कूल में पढ़ाया जाता है कि गंदे लोगों को सजा मिलती है। उसके पिता की हत्या भी कुछ गंदे लोगों ने की है, जिन्हें फांसी की सजा दी जानी चाहिए। यही नहीं उसका कहना है कि उसे पता चला है कि उसके पिता के 2 कातिलों को छोड़ दिया गया है।
मामला 30 जून का
ज्ञात रहे कि 30 जून को दीपक सिंह अरुणाचल प्रदेश से छुट्टी लेकर विमान से अमृतसर पहुंचा था। वहां से उसने अपने गांव सरमो लाहड़ी जाने के लिए बस पकड़ी थी। गलती से वह गुरदासपुर के तिब्बड़ी रोड बाईपास पर उतर गया और पास ही स्थित एक गुरुद्वारा साहिब में आराम करने चला गया। गुरुद्वारा प्रबंधकों की ओर से उसके साथ बुरी तरह से मारपीट की गई। अगले दिन पुलिस उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जा रही थी, जहां रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने उस समय 2 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया था। एक सप्ताह के बाद भी पुलिस की ओर से किसी आरोपी को गिरफ्तार न कर पाने के कारण विभिन्न हिंदू संगठनों ने एसएसपी दफ्तर का घेराव कर चेतावनी दी थी कि अगर तीन दिन में आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो संघर्ष तेज किया जाएगा।

इसके बाद 7 जुलाई को पुलिस ने हत्या के मुख्यारोपी गुरजीत सिंह पुत्र हरभजन सिंह निवासी तिब्बड़ी रोड, दलजीत सिंह पुत्र हरभजन सिंह निवासी गांव पाहड़ा, गुरजीत सिंह की पत्नी हरजीत कौर और बेटे दरकीरत सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने तीन आरोपियों को तलवंडी साबो जिला बठिंडा से गिरफ्तार किया था। इसके अलावा उनकी गाड़ी भी बरामद कर ली गई थी, जबकि आरोपी दलजीत सिंह को गुरदासपुर से गिरफ्तार कर लिया गया था। अब तक पुलिस मामले के नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। उधर, एसएसपी डा. नानक सिंह का कहना है कि किसी भी आरोपी को छोड़ा नहीं गया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल सैनिक का पर्स और मोबाइल फोन ही मिला है, जो उसके परिवार को सौंप दिया गया था। उसके पास कितने बैग थे, इस बारे में अभी पता नहीं चल पाया है।