गगन बावा, गुरदासपुर:
पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी शनिवार को गुरदासपुर में अपनी मेहनत एवं दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ महिलाओं के लिए रोल मॉडल बनी रजनी से मुलाकात करने पहुंचीं। उन्होंने उनके जज्बे और हिम्मत को सलाम किया। इस मौके पर आयोग की उप चेयरपर्सन अमृतवीर कौर, एसपी हेडक्वार्टर नवजोत सिंह, तहसीलदार अरविंद सलवान, नायब तहसीलदार तरसेम लाल, डीएसपी परमिंदर सिंह आदि मौजूद थे।
प्रशंसा पत्र देकर किया सम्मानित:
इस मौके पर गुलाटी ने बताया कि गर्भवती महिला रजनी की ओर से अपने पति की मौत के बाद सास-ससुर व बच्चे के गुजारे के लिए खुद आगे आकर मेहनत से काम किया जा रहा है। वह महिलाओं के लिए एक रोल मॉडल है और वह उनकी हिम्मत और दृढ़ इरादे को सलाम करती हैं। उन्होंने कहा कि आयोग रजनी के साथ हमेशा खड़ा है और उसकी ज्यादा से ज्यादा सहायता की जाएगी। उन्होंने बताया कि रजनी की अगले हफ्ते से पेंशन लग जाएगी और वह सरकार से अपील करेंगे कि वह उसे अपना काम का चलाने के लिए एक पक्का स्टॉल लगाकर दे। साथ ही उन्होंने कहा कि रजनी के बच्चे की पूरी पढ़ाई फ्री कराई जाएगी और उसे मेडिकल सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कैबिनेट मंत्री अरुणा चौधरी से भी अपील की कि वे रजनी कि ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहायता करें। इस मौके गुलाटी ने रजनी को प्रशंसा पत्र और वित्तीय सहायता देकर सम्मानित किया।
समाज सेवी संगठन आएं आगे:
चेयरपर्सन गुलाटी ने आगे कहा कि जहां आयोग की ओर से महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, वही वे समाजसेवी संगठनों को भी अपील करते हैं कि वह रजनी कि ज्यादा से ज्यादा सहायता के लिए आगे आएं ताकि समाज में महिलाओं का सम्मान और ऊंचा हो सके।
महिलाओं ने रखी शिकायतें:
इस दौरान उन्होंने महिलाओं की परेशानियां सुनी और उन्हें यकीन दिलाया कि आयोग उन्हें इंसाफ दिलाने में हर संभव प्रयास करेगा। ज्यादातर शिकायतें घरेलू हिंसा, पारिवारिक झगड़े और जायदाद आदि से संबंधित थीं। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब राज्य महिला आयोग का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के हितों व अधिकारों की रक्षा करना है ताकि समाज में महिलाओं को और सम्माननीय स्थान मिल सके। इस मौके पर रजनी ने कहा कि वह चेयरपर्सन गुलाटी का धन्यवाद करती हैं कि उन्होंने गुरदासपुर पहुंचकर उनसे मुलाकात की और उनकी हौसला अफजाई की।
पति की मौत के बाद शुरू किया काम:
बताने योग्य है कि रजनी धारीवाल की रहने वाली हैं और कुछ समय पहले ही उनके पति की मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद घर का गुजारा चलाना कठिन हो गया था और घर में कोई भी सदस्य कमाने वाला नहीं था। घर में बुजुर्ग सास-ससुर व करीब 8 साल का बेटा है। रजनी ने हिम्मत ना हारते हुए खुद के परिवार का सहारा बनने की ठानी। उसने गुरदासपुर के बटाला रोड पर कढ़ी चावल और राजमा चावल तैयार कर बेचने का काम शुरू किया। रजनी अपने भाई की कार की डिग्गी में कढ़ी चावल और आजमा चावल बना कर लाती है और उसी में दुकान का काम करती है। रजनी अपने बुलंद हौसले से महिला समाज में सफल उदाहरण हैं और इसी के तहत चेयरपर्सन गुलाटी की ओर से उनके साथ मुलाकात कर उनकी हौसला अफजाई की गई।