गगन बावा, गुरदासपुर :
कंप्यूटर अध्यापक यूनियन जिला गुरदासपुर इकाई की कमेटी के सदस्यों की मीटिंग जिला प्रधान गुरपिंदर सिंह गिल, प्रदेश महासचिव परविंदर सिंह घुमान की अध्यक्षता में कोरोना महामारी में कंप्यूटर अध्यापकों की ड्यूटी के दौरान कोरोना से मौत होने के बावजूद पंजाब सरकार की ओर से कोई सहायता न देने के प्रति रोष जताने के लिए गुरु नानक पार्क गुरदासपुर में हुई। बैठक में जिला गुरदासपुर के सभी कमेटी सदस्यों ने भाग लिया। बैठक में यूनियन नेताओं ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश में कंप्यूटर अध्यापकों की ड्यूटियां बड़े स्तर पर लगाई गई हैं। इस समय के दौरान करीब 80 कंप्यूटर टीचर कुछ भयानक बीमारियों और कुछ कोरोना महामारी के कारण मौत के मुंह में जा चुके हैं लेकिन सरकार ने इनके परिवारों की किसी भी तरह की सहायता नहीं की। इसका ताजा उदाहरण बठिंडा जिले से संबंधित कंप्यूटर टीचर कुलवंत सिंह का है, जिनकी पिछले दिनों कोरोना महामारी में लगी ड्यूटी के कारण कोरोना की चपेट में आने से मौत हो गई।
करीब 1 माह उनका इलाज अस्पताल में चलता रहा जिसके चलते काफी आर्थिक नुक्सान भी हो गया, लेकिन शिक्षा विभाग का कोई भी अधिकारी परिवार के साथ दुख साझा करने तक नहीं पहुंचा। न ही सरकार की ओर से परिवार को किसी तरह की सहायता दी गई, जो कि सरकारी तंत्र को शर्मसार करने वाली बात है। जो कंप्यूटर टीचर अपनी जान गवा चुके है, सरकार की ओर से उनकी कोई सुध नहीं ली जा रही। उनके परिवार तंगहाली वाली जिंदगी जीने के लिए विवश है। नेताओं ने मांग की कि सभी कंप्यूटर टीचर जो मौत के मुंह में जा चुके हैं उनके परिवारों को वित्तीय सहायता दी जाए और परिवार के एक सदस्य को तरस के आधार पर नौकरी मुहैया कराई जाए। अगर सरकार मांगों को मंजूर नहीं करती तो बड़े स्तर पर संघर्ष किया जाएगा। इस मौके पर नरिंदर पाल, केवल कृष्ण, सलविंदर कुमार, नरेश कुमार, गगनदीप सिंह, इंद्रजीत सिंह, अमित कुमार, गुरजिंदर सिंह, सुखबीर सिंह रंधावा, गुरप्रीत सिंह बंदेशा, नरेश शर्मा, रमनदीप सिंह, हरप्रीत सिंह, राजविंदर सिंह पन्नू, हरमनप्रीत सिंह, बचित्तर सिंह, सुखदेव सिंह, अमित गुप्ता, राज कुमार, राकेश कुमार, राजकुमार, जितेंद्र सैनी, कुलदीप कुमार, रविंदर सिंह, मनदीप मंगोत्र, गुरप्रीत सिंह सोहल, दीपक कुमार, जगदीश सिंह, अशोक कुमार, राकेश कुमार, अमन बाजवा, विकास ठाकुर, सुरेंद्र सिंह, परमिंदर सिंह आदि मौजूद थे।