गगन बावा, गुरदासपुर
पंजाब सरकार का साढ़े चार साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है और इस कार्यकाल में पंजाब सरकार ने केवल कर्मचारी विरोधी फैसले लिए हैं और यह सरकार पूरी तरह से कर्मचारी विरोधी साबित हुई है। 2016 से बनता वेतन स्केल 2021 में दिया जा रहा है और पहली बार सभी कर्मचारी और अधिकारी इन वेतनमानों से निराश और नाराज हैं। मंहगाई भत्ते की लम्बित किश्त एवं प्रति कर्मचारी लाखों की बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया है और न ही ऐसा कोई प्रस्ताव है। बिजली कर्मियों और इंजीनियरों की बेहद कठिन परिस्थितियों और 24 घंटे ड्यूटी की अनदेखी करते हुए पावरकॉम प्रबंधन भी सरकार के निर्देश पर वेतन निर्धारण समिति का गठन नहीं कर रहा है। पावरकॉम के इंजीनियर इस चाल को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे और जल्द ही एक कड़े संघर्ष के लिए मजबूर होंगे। ये विचार जेई कौंसिल जिला कार्यसमिति की आपात बैठक में अध्यक्ष जतिंदर शर्मा और विमल कुमार ने रखे। बैठक में अन्य लोगों के अलावा इंजीनियर बोध राज अत्री, इंजीनियर विनोद कुमार, इंजीनियर कुलबीर सिंह, इंजीनियर गुरमीत सिंह, इंजीनियर रजत शर्मा, इंजीनियर सुखदेव सिंह काला नंगल, इंजीनियर हिरदेपाल सिंह बाजवा, इंजीनियर नरिंदर सिंह शामिल थे। बैठक में सर्वसम्मति से इंजी. सुखदेव सिंह कलानंगल को सर्कल उपाध्यक्ष और इंजीनियर तरसेम लाल को संयुक्त सचिव के रूप में चुनने का निर्णय लिया गया। पठानकोट संभाग के दो साथी इंजीनियरों को सर्कल कमेटी में लेने पर सहमति बनी।