गगन बावा, गुरदासपुर:
किरती किसान यूनियन, ग्रामीण मजदूर यूनियन, निर्माण मिस्त्री मजदूर यूनियन और पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन ने मोगा में सुखबीर बादल की रैली का विरोध कर रहे किसानों और मजदूरों के खिलाफ पुलिस लाठीचार्ज की निंदा करते गिरफ्तार किसान नेताओं की रिहाई की मांग की है। संगठनों के नेताओं ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी राजनीतिक दलों से किसान विरोधी बिल निरस्त होने तक किसी भी राजनीतिक गतिविधि का विरोध करने का आह्वान किया था। इसका विरोध करने के लिए मोगा जिले के आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में किसान और मजदूर पहुंचे थे। जब वे विरोध करने के लिए रैली स्थल पर शांतिपूर्वक मार्च कर रहे थे तो पंजाब पुलिस और अकाली कार्यकर्ताओं ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया।
उन्होंने कहा कि इस लाठीचार्ज में कई किसान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। इसके अलावा 3 दर्जन किसानों को गिरफ्तार किया गया है और कई किसानों की ट्रैक्टर ट्रालियां भी पुलिस ने जब्त की हैं। किरती किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव सतबीर सिंह सुल्तानी व जिलाध्यक्ष तरलोक सिंह बहरामपुर, ग्रामीण मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष राज कुमार पंडोरी, कंस्ट्रक्शन वर्कर्स यूनियन के जिलाध्यक्ष जोगिंदरपाल पनियाड़, जोगिंदरपाल घुराला व पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष अमर क्रांति व मणि भट्टी का कहना है कि किसान विरोधी बिलों के विरोध में पिछले नौ महीनों से दिल्ली को घेर बैठे सैकड़ों किसान शहीद हो गए हैं।
केंद्र सरकार के अहंकार के खिलाफ धरने को मजबूत करना सभी लोगों का नैतिक कर्तव्य है, लेकिन पंजाब के राजनीतिक दल इस नैतिक कर्तव्य से भाग रहे हैं। पंजाब में सभी राजनीतिक दल राज्य में चुनाव के लिए अनुकूल माहौल बनाकर दिल्ली धरने को कमजोर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन राजनीतिक दलों को अपनी राजनीतिक गतिविधियों को तुरंत बंद करना चाहिए। धरने को मजबूत किया जाना चाहिए। जब तक किसान विरोधी काले कानूनों को निरस्त नहीं किया जाता, वे राज्य में किसी भी राजनीतिक दल को किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल नहीं होने देंगे और राजनीतिक दलों द्वारा की जा रही रैलियों का विरोध करेंगे।