गगन बावा, गुरदासपुर:
केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए एचयूआईडी (यूनीक आईडेंटिफिकेशन नंबर) के कानून के विरोध में सोमवार को जिला गुरदासपुर के स्वर्णकार हड़ताल पर रहे। स्वर्णकार एवं सर्राफा एसोसिएशन के प्रधान अजय कुमार सूरी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से मध्यम एवं छोटे सर्राफा कारोबारियों को खत्म करने के लिए एच.शयूआईडी नामक काला कानून लाकर उघोगपति कारोपरेट घरानों को फायदा पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। इसका आम जनता को कोई फायदा नहीं है। प्रधान सूरी ने कहा कि पहले ही केंद्र सरकार की नीतियों तथा कोविड के कारण बाजारों में कामकाज ठप्प था। पहले से मंदी की मार झेल रहे मध्यम दुकानदारों को राहत देने की बजाए सरकार रोजाना नए नए टैक्स लगाकार व्यापारियों की कमर तोड़ रही है। उन्होनें कहा कि एचयूआईडी से छोटे सर्राफ दुकानें बंद करने को मजबूर हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने यूआईडी के जो नियम बनाए हैं वो एकतरफा हैं। नियम में सजा के सारे प्रावधान केवल ज्वैलर पर लागू हो रहे हैं, जबकि हॉलमार्क सेंटर की जिम्मेदारी भी तय होना चाहिए। बीआईएस एक्ट में सराफा कारोबारी पर सजा का प्रावधान किया है उसे हटाया जाए। ज्वैलर की गलती साबित होने पर व्यावहारिक जुर्माना लगाकर दंडित किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर गलती हॉलमार्क सेंटर की है तो कार्यवाही भी हॉलमार्क सेंटर के पर हो न कि ज्वैलर के खिलाफ एक्शन लिया जाए। प्रधान का कहना है कि ज्वैलर्स के स्टॉक की जब्ती का प्रावधान होना गलत है। सरकार स्टॉक को गलाकर सजा दे सकती है, मगर स्टॉक जब्त न करे। पुराने स्टॉक की डिक्लेरेशन की शर्त भी खत्म होनी चाहिए। हॉलमार्क सेंटर से जो गलती होती है, उस पूरे नुकसान की भरपाई हॉलमार्क सेंटर पर दी गई ज्वैलरी और वापस मिली ज्वैलरी के बीच वजन के अंतर पर लेनदेन की जिम्मेदारी तय हो।