गगन बावा, गुरदासपुर :
गुरदासपुर वन विभाग की नौकरशाही की लापरवाही से पिछले 25 साल से पक्के होने का इंतजार कर रहे वनकर्मियों की परेशानी और बढ़ गई है। ऐसा इसलिए है क्योंकि विभाग द्वारा जारी वरिष्ठता सूची में कई कर्मचारियों के पिछले गुम रिकार्ड शामिल नहीं किए गए हैं। यही कारण है कि लंबे समय से चल रहे विभागीय घोटाले पर पर्दा डालने के लिए डेमोक्रेटिक वन कर्मचारी संघ (डीएफईयू) कर्मचारियों के पुराने रिकार्ड को वरिष्ठता सूची में शामिल करने के लिए हर स्तर पर संघर्ष कर रहा है। अलीवाल, कादियां व गुरदासपुर वन क्षेत्र के अधिकारियों की लापरवाही के कारण 31 मार्च 2021 तक विभाग में कार्यरत लगभग 5000 कर्मियों की वरिष्ठता सूची में अधिकांश त्रुटियां पाई गई हैं। डेमोक्रेटिक वन कर्मचारी संघ गुरदासपुर के जिलाध्यक्ष निर्मल सिंह सरवाली व दविंदर सिंह भरथ मथोला ने गलत वरिष्ठता सूची की प्रतियां जलाकर वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया।
इस मौके पर अलीवाल रेंज के नेता कश्मीर सिंह मानेपुर ने कहा कि उनकी 25 साल की सेवा के बावजूद तीन साल का ही रिकार्ड शामिल किया गया है। हालांकि कई मौकों पर विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन दिए गए थे। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रछपाल सिंह ने कहा कि वह 3 अगस्त को मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुरेश कुमार के साथ बैठक में गुरदासपुर के अधिकारियों की ओर से लापरवाही का मामला उठाएंगे। संगठन ने मांगों का निपटारा नहीं करने पर 15 अगस्त के बाद वन अधिकारी गुरदासपुर के कार्यालय के सामने धरना देने की चेतावनी दी है। इस अवसर पर बलवीर सिंह, अश्विनी कुमार कलानौर, जसवीर सिंह, सोहन सिंह, झिरमल सिंह, राजवंत सिंह, सुरजीत कौर, हरदेव सिंह आदि उपस्थित थे।