Srikrishna School Mahendragarh : भगवान श्रीरामचंद्र की प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा को लेकर श्रीकृष्णा स्कूल महेंद्रगढ़ में हुआ विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन

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भगवान श्री रामचंद्र व लक्ष्मण के साथ मुख्य अतिथि कर्मवीर राव व प्राचार्य।
भगवान श्री रामचंद्र व लक्ष्मण के साथ मुख्य अतिथि कर्मवीर राव व प्राचार्य।
  • श्री रामचन्द्र अयोध्या में रहते थे तब तक वो राजा कहलाए, वनवास से आए तो भगवान श्रीरामचंद्र बनकर आएं – कर्मवीर राव
  •  बच्चों ने की राम-लक्ष्मण की झांकी प्रस्तुत

Aaj Samaj (आज समाज),Srikrishna School Mahendragarh,नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ :
22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली भगवान श्रीरामचंद्र की प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर रविवार को श्रीकृष्णा स्कूल महेंद्रगढ़ मे भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूल के सीईओ कर्मवीर राव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे जबकि विशिष्ठ अतिथि के रूप में स्कूल के डायरेक्टर के.एन. दास तथा अध्यक्षता स्कूल प्राचार्य वीरेंद्र सिंह द्वारा की गई। इस बारें में जानकारी देते हुए मिडल हैड सुरेंद्र कुमार ने बताया कि अयोध्या में होने वाली प्रभू श्रीरामचंद्र की प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा को लेकर श्रीकृष्णा स्कूल महेंद्रगढ़ में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत स्कूल के सीईओ कर्मवीर राव द्वारा श्रीरामचंद्र व लक्ष्मण की आरती कर की गई। कार्यक्रम में स्कूल के विद्यार्थियों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दी तथा श्रीरामचंद्र व लक्ष्मण झांकी भी बच्चों को दिखाई गई।

इस मौके पर स्कूल के सी.ई.ओ कर्मवीर राव ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि श्री रामचंद्र जी का पूरा जीवन ही संघर्षों से भरा रहा है जब तक श्री रामचंद्र अयोध्या में रहते थे तब तक वो राजा कहलाए लेकिन जब वो वनवास के लिए निकले तो लोगों के लिए भगवान श्री रामचंद्र बनकर आएं। उनका जीवन बताता है कि सफलता के लिए जन्मभूमि व कर्मभूमि में से एक को चुनना होता है। जिसने कर्मभूमि को चुना है वो ही दुनिया में महान बना है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री रामचंद्र के जीवन से हर राजनीतिज्ञ को प्रेरणा लेनी चाहिए कि उसे अपने क्षेत्र में आखिरी छोर तक रहने वाले वंचित तक पहुंचना चाहिए जैसे कि भगवान श्री रामचंद्र वन में रहने वाली माता शबरी की कुटी पर पहुंचे थे।

इस अवसर पर स्कूल के डायरेक्टर के.एन. दास ने बच्चों को आशीर्वाद दिया तथा जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि श्री राम हमारी प्रेरणा है, हमारा मार्गदर्शन है, हमारे आराध्य हैं तथा श्रीराम हमारे आदर्श भी है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम का प्रत्येक क्षण न केवल मर्यादित एंव आदर्श युक्त जीवन का प्रतिरूप है अपितु उन्होंने प्रत्येक जीवन धर्म का आदर्श रूप में पालन करते हुए एक प्रतिमान स्थापित किया जो आज भी वर्तमान एंव भविष्य की पीढ़ियों के लिए अनुकरणीय है।

इस अवसर पर स्कूल प्राचार्य वीरेंद्र सिंह ने बच्चों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि भगवान श्री रामचंद्र का जीवन त्याग, तपस्या, संयम, विवेक, संघर्ष तथा जीत की विजय गाथा है। उन्होंने कहा कि भारतीय मानस में राम का महत्व इसलिए नहीं है, क्योंकि उन्होंने जीवन में इतनी मुश्किलें झेलीं बल्कि उनका महत्व इसलिए है कि उन्होंने उन तमाम मुश्किलों का सामना बहुत ही शिष्टतापूर्वक किया। अपने सबसे मुश्किल क्षणों में भी उन्होंने खुद को बेहद गरिमा पूर्ण रखा। इस मौके पर प्राइमरी हैड संतोष देवी, डिम्पल, बब्ल, विनोद सहित स्कूल का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।

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