भाजपा नेताओं के शिष्टमंडल ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
Punjab News (आज समाज), चंडीगढ़ : प्रदेश में धान खरीद कार्य की धीमी रफ्तार से जहां किसान परेशान हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं भाजपा ने भी सरकार पर हल्ला बोला है। आज भाजपा नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मिलने पहुंचा। इस दौरान भाजपा नेताओं ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि धान खरीद में हस्तक्षेप करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसान अपनी फसल बेचने के लिए मंडियों में भटक रहे हैं जबकि उन्हें कोई खरीदार नहीं मिल रहा।
इस दौरान पटियाला की पूर्व सांसद व भाजपा नेता परनीत कौर ने किसानों के धरने को लेकर कहा कि इसके लिए सरासर भगवंत मान की सरकार जिम्मेदार है। भाजपा नेता परनीत कौर ने कहा कि राज्यपाल पंजाब के मुखिया हैं। इसलिए सभी भाजपा नेताओं ने उनसे मांग की है कि मुख्यमंत्री, फूड मिनिस्टर व अन्य संबंधित अधिकारियों को बुलाएं और उनको आदेश दिए जाएं कि जल्द से जल्द धान की खरीद शुरू कराई जाए और दिवाली से पहले किसानों की फसल को खरीद कर उन्हें घर भेजें।
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प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल
वहीं गत दिवस केंद्रीय मंत्री रवनतीत सिंह बिट्टू ने धान खरीद में हो रहे विलंब के लिए सीधे तौर पर राज्य सरकार को दोषी ठहराया है। बिट्टू ने कहा कि धान खरीद में आ रही समस्या का ठीकरा प्रदेश सरकार लगातार केंद्र सरकार के सिर फोड़ रही है। जबकि वास्तविकता यह है कि प्रदेश की मौजूदा सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है।
उन्होंने कहा कि धान सीजन शुरू होने से पहले प्रदेश सरकार ने जमीनी स्तर पर कोई ठोस रणनीति नहीं बनाई जिसके परिणाम अब किसानों को भुगतने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम भगवंत मान को पद छोड़ देना चाहिए। अगर सीएम भगवंत मान इस्तीफा दे दें तो यह मसला 2 दिन में सुलझ जाएगा। बिट्टू ने कहा कि दो दिन बाद भाजपा नेता हर मंडियों का दौरा करेंगे। हर लीडरशिप की ड्यूटी लगाई गई है।
पंजाब पर दिल्ली के नेताओं का कंट्रोल
भाजपा नेता ने तंज कसते हुए कहा कि पंजाब में दिल्ली के पूर्व सीएम केजरीवाल और राघव चड्ढा का कंट्रोल है। बिट्टू ने कहा कि अरविंद केजरीवाल और राघव चड्ढा दोनो पंजाब के दुश्मन हैं। इसलिए प्रदेश में धान की खरीद नहीं की जा रही है। रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि यह समस्या न तो किसानों की तरफ से है, न शैलरों न मजदूरों और न ही केंद्र सरकार की तरफ से है। क्योंकि केंद्र सरकार की तरफ से दो महीने पहले ही 44000 करोड़ रुपये चुकाए जा चुके हैं।
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