एजेंसी,नई दिल्ली। महाराष्टÑ में एक रात में ही परिस्थतियां बदली और राज्य में राष्ट्रपति शासन समाप्त होकर वहां भाजपा ने एनसीपी के अजीत पवार के साथ ने गठबंधन कर अपनी सरकार बना ली। महाराष्ट्र के राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महाराष्ट्र के राज्यपाल पर अंगुली उठाई है। उन्होंने कहा कि यह राज्यपाल का निर्णय अनैतिक है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर आरोप लगाते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि जिस तरह अचानक मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी वह अनैतिक है, इसके लिये उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। अशोक गहलोत ने आज महाराष्ट्र में हुए घटनाक्रम पर ट्विटर करते हुए कहा कि जिस तरह राज्यपाल कोश्वारी ने भाजपा से मिली भगत करके श्री फड़नवीस को राकांपा के विधायकों के हस्ताक्षरों की पुष्टि किये बिना शपथ दिला दी उसके लिये कोश्यारी को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा -‘ उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।’गहलोत ने कहा कि महाराष्ट्र में जो हुआ वह छिपकर करने की क्या आवश्यकता थी, इस प्रकार अचानक राष्ट्रपति शासन का हटना और इस प्रकार शपथ दिलाना कौनसी नैतिकता है? ये लोग देश में लोकतंत्र को किस दिशा में ले जा रहे हैं? समय आने पर देशवासी इसका जवाब देंगे और भाजपा को सबक सिखाएंगे।