नई दिल्ली। संशोधित नागरिकता कानून का देश के कई हिस्सों में विरोध हो रहा है। रविवार को दिल्ली के जामिया मिल्लिया में पुलिस का घुसकर छात्रों को पीटने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली में हिंसा पर कहा कि मोदी सरकार स्वयं हिंसा व बंटवारे की जननी बन गई है। सरकार ने देश को नफरत की अंधी खाई में धकेल दिया है तथा युवाओं के भविष्य को आग की भट्टी में झुलसा दिया है। सोनिया गांधी ने कहा है कि सरकार का काम है शांति व सौहार्द बनाना, कानून का शासन चलाना व संविधान की रक्षा करना पर भाजपा सरकार ने देश व देशवासियों पर हमला बोल दिया है।
सोनिया गांधी ने कहा है कि सरकार में बैठे हुक्कमरान ही जब हिंसा करवाएं, संविधान पर आक्रमण करें, देश के युवाओं को बेरहमी से पिटवाएं, कानून की धज्जियां उड़ाएं तो फिर देश चलेगा कैसे? सोनिया गांधी ने एक प्रसे विज्ञप्ति के माध्यम से अपना बयान जारी किया। सोनिया गांधी ने कहा है कि सरकार की मंशा साफ है देश में अस्थिरता फैलाओ, देश में हिंसा करवाओ, देश के युवाओं के अधिकार छीनते जाओ, देश में धार्मिक उन्माद का वातावरण बनाओ और राजनितिक रोटियां सेंकते जाओ। असम, त्रिपुरा और मेघालय जल रहा है। पुलिस की गोलियों से अकेले असम में चार युवा मारे गए हैं। दिल्ली से पश्चिम बंगाल तक हिंसा और विरोध फैला हुआ है। पूरे देश में छात्र आंदोलन की राह पर हैं। सरकार के अत्याचार, बेतहाशा बेरोजगारी, फीस वृद्धि, अधिकारो का हनन तथा संविधान को तोड़ने की भाजपाई साजिश के खिलाफ युवा और छात्र सड़कों पर विरोध कर रहे हैं।