Punjab News (आज समाज), चंडीगढ़। किसी भी समाज की उन्नति के लिए उसके नागरिकों का तंदरुस्त होना और युवाओं का शिक्षित होना बहुत जरूरी है। इसी के चलते मौजूदा प्रदेश सरकार का फोकस स्वास्थ्य सेवाओं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर है। यहं कहना है प्रदेश के निकाय मंत्री डॉ. रवजोत सिंह का। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य की क्रांति से ही पंजाब का भविष्य सुरक्षित बन सकता है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा पिछले ढाई वर्षों में जहां सरकारी स्कूलों का कायाकल्प किया गया है, वहीं स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी क्रांतिकारी बदलाव लाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों को समय का हानि बनाकर, सरकार द्वारा आज तीसरी माता-पिता-शिक्षक मीटिंग पूरे प्रदेश के सरकारी स्कूलों में करवाई गई है। उन्होंने कहा कि इससे पहले ऐसे उपक्रम निजी स्कूलों में ही होते थे, लेकिन अब सरकारी स्कूलों में भी इनकी शुरूआत की गई है। उन्होंने कहा कि शिक्षक, विद्यार्थी और उनके माता-पिता, स्कूल प्रबंधन समितियों और अन्य महत्वपूर्ण व्यक्ति मिल-बैठकर स्कूल शिक्षा के प्रबंधों को बेहतर बना सकते हैं। उन्होंने बताया कि इन मीटिंगों के दौरान सितंबर महीने में लिए गए पेपरों का नतीजा भी माता-पिता के साथ साझा किया गया है।
अभिभावकों ने जाना बच्चों का रिपोर्ट कार्ड
डॉ. रवजोत सिंह ने कहा कि मेगा पीटीएम के दौरान शिक्षक और माता-पिता बच्चों की फीडबैक एक-दूसरे के साथ साझा कर रहे हैं कि बच्चा स्कूल में क्या करता है या स्कूल के बाद बच्चे की क्या गतिविधि रहती है, यह शिक्षकों को भी पता होना चाहिए और स्कूलों के जो प्रबंध हैं, उनके बारे में भी माता-पिता को जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस दौरान माता-पिता अपने बच्चे के भविष्य के बारे में सुझाव भी दे रहे हैं और यदि कोई शिकायतें हैं, तो वे भी साझा कर रहे हैं।