प्रधानमंत्री न्यूयार्क में ग्लोबल बिजनेस फोरम को संबोधित किया। उन्होंने यहां कहा कि देश लगातार अर्थव्यवस्था के पायदान पर आगे बढ़ रहा है। इस फोरम में पीएम ने कहा कि हमारी सरकार कड़े फैसले लेने में पीछे नहीं है। हम लगातार गरीबी को हटा रहे हैं। हम शहरीकरण की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने सभी निवेशकों को भारत में निवेश करने का निमंत्रण दिया। भारत में स्टार्टअप, मेट्रो, सड़क, रेल, एयरपोर्ट आदि कई सेक्टरों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। आप निवेश करना चाहते हैं तो भारत आइए। उन्होंने कहोे कि दुनिया में एपडीआई घट रहा है लेकिन भारत में यह बढ़ रहा है। बता दें कि ब्लूमबर्ग की तरफ से ग्लोबल बिजनेस फोरम का आयोजन न्यूयॉर्क में किया था। पीएम मोदी ने कहा कि देश को 50 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था पर सरकार का सबसे ज्यादा जोर है। 2014 में अर्थव्यवस्था दो ट्रिलियन डॉलर थी, जिसमें बीते पांच वर्षों में हमने इसमें एक ट्रिलियन डॉलर जोड़ दिए। इस बड़े टारगेट को अचीव करने के लिए हमारे पास क्षमता है, साहस है और परिस्थितियां भी हमारे साथ हैं। 2014 से लगातार पूर्ण बहुमत की सरकार आई है, जिसके कारण हम इसको जल्द काम कर रहे हैं। भारत की ग्रोथ के चार अहम फैक्टर हैं–डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी, डिमांड और डिसाइसिवनेस।इन हालात में निवेश की सुरक्षा और उसके विकास का भरोसा अपने आप मिलता है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत फिलहाल विश्व में तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बन गया है। हमने अपने रक्षा क्षेत्र को खोला है, ऐसा पहले कभी नहीं किया है। आने वाले वर्षों में 100 लाख करोड़ रुपये आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में 28600 करोड़ डॉलर का एफडीआई आया जो कि 20 साल में हुए विदेशी निवेश का 50 फीसदी है। 90 फीसदी विदेशी निवेश आॅटोमैटिक रूट से हुआ है। निवेशकों का भरोसा बढ़ा है और वह भारत में आ रहा है। 37 करोड़ लोगों को बैकिंग से पहली बार जोड़ा गया। भारत के करीब-करीब हर नागरिक के पास यूनिक आईडी और मोबाइल फोन व बैंक अकाउंट है। इससे टारगेटेड डिलिवरी में तेजी आई, लीकेज बंद हुआ और पारदर्शिता बढ़ी है।