सरकार की ओर से कल एलान किया गया था कि जो छोटी बचत पर ब्याज दरें हैंउन्हें कम किया जा रहा है। इससे सीधा असर उन लोगों पर पड़ा था जो कम आय वाले थे और जो बुजुर्गथे। आम आदमी जो अपनी कमाई में से कुछ पैसा सेविंग के नाम पर बचाता था उसकेलिए परेशानी हो रही थी। हालांकि सरकार नेआज ब्याज दरों में की गई कटौती को वापिस ले लिया। अब सभी छोटी बचतों पर पुरानी यानी 2020-21 की दरें लागू होंगी। सरकार ने बचत खातों, पीपीएफ, टर्म डिपॉजिट, आरडी से लेकर बुजुर्गों के लिए बचत योजनाओं तक पर ब्याज दरों में कटौती कर दी थी। बचत खातों में जमा राशि पर वार्षिक ब्याज को 4 फीसदी से घटाकर 3.5 फीसदी कर दिया था। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) पर अब तक 7.1 फीसदी वार्षिक ब्याज को घटाकर 6.4 फीसदी कर दिया था। एक साल के लिए जमा राशि पर तिमाही ब्याज दर को 5.5 फीसदी से घटाकर 4.4 फीसदी किया गया था। बुजुर्गों को बचत योजनाओं पर अब 7.4 फीसदी की जगह केवल 6.5 फीसदी तिमाही ब्याज देने की घोषणा की गई थी। यह भी जानकारी दी गई थी कि नई दरें एक अप्रैल से लागू होंगी हालांकि इससे पहले ही सरकार ने अपने निर्णय को व ापस ले लिया। इससे निचले तपके के लोग जो छोटी-छोटी बचत करतेहैंउन पर प्रभाव सबसे अधिक पड़ रहा था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्विीट कर जानकारी दी कि 2020-21 की बीती तिमाही में जो दरें थी, वहीं दरें अब लागू होंगी। जो आॅर्डर कल पास किये गये थे, उन्हें बदल दिया गया है।